भोपाल/ मध्यप्रदेश शासकीय रेलवे पुलिस(जीआरपी) द्वारा रेल यात्रियों की सुरक्षा और उनके साथ होनी वाली किसी भी अप्रिय वारदात को रोकने के लिए विकसित किए गए एप ‘जीआरपी हेल्प’ को मध्यप्रदेश सरकार ने सूचना और संचार तकनीक के नवोन्मेषी उपयोग के लिए पुरस्कार हेतु चुना है।
यह एप राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मैथिलीशरण गुप्त की अगुवाई में जीआरपी ने 2014 में तैयार किया था। इससे अब तक हजारों यात्रियों को संकट के समय मदद दी जा चुकी है। रेल यात्री समन्वित यात्री सुरक्षा एवं जांच प्रणाली नामक यह एप ‘जीआरपी हेल्प‘ के नाम से गूगल एप स्टोर से निशुल्क डाउनलोड किया जा सकता है। इसकी खासियत यह है कि इंटरनेट सेवा चालू न होने की दशा में भी यह जीआरपी स्टेशनों तक यात्रियों की शिकायत पहुंचा सकने में सक्षम है।
इस एप को दिसंबर 2014 में दिल्ली में लांच किया गया था और उसके बाद फरवरी 2015 में भोपाल में इसका अपग्रेडेड वर्जन जारी किया गया। यह एप पूरे देश में काम करता है और संकट में फंसे रेल यात्रियों की मदद में सहायक बन रहा है।
इस एप को यात्रियों की सुविधा के लिहाज से हर स्थिति में मदद करने लायक बनाया गया है। जैसे इसका एक महत्वपूर्ण फीचर यह है कि यदि यात्री को संकट में मदद का संदेश भेजते समय मोबाइल नेटवर्क नहीं मिलता या वह कमजोर हो जाता है तो यह एप उस संदेश को अपने पास सुरक्षित रख लेता है और जैसे ही ठीक मोबाइल नेटवर्क मिलता है, यह उस संदेश को प्रेषित कर देता है।
इसके जरिए शासकीय रेलवे पुलिस, रेलवे सुरक्षा बल, रेलवे स्टाफ और अन्य संबंधितों को यात्रियों को नकारात्मक और सकारात्मक दोनों तरह का फीडबैक भेजा जा सकता है। इसमें एक सुविधा और भी है जिसके जरिए जीआरपी के अधिकारियों से सीधे संपर्क किया जा सकता है। इसके लिए एप में दिए गए एक विशेष बटन ‘कॉन्टैक्ट अस’ को दबाना होता है। अब तक इस एप के 11 वर्जन लांच किए जा चुके हैं।
वर्तमान में मध्यप्रदेश के होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा और राज्य आपदा एवं आपातकालीन सहायता बल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, मैथिलीशरण गुप्त बताते हैं कि इस एप ने अब तक सैकड़ों यात्रियों की संकट में मदद की है और यह धीरे धीरे रेल यात्रियों में लोकप्रिय होता जा रहा है। यह एप खासतौर से महिलाओं और बच्चों को अकेले ट्रेन में यात्रा करते समय एक भरोसा देता है कि संकट या किसी अनहोनी के समय वे अकेले नहीं हैं, बल्कि कोई उनके साथ है। इस एप का अधिक से अधिक उपयोग यात्रियों के लिए ही लाभदायक है। यात्रियों को यदि इस एप में कोई कमी नजर आती है, तो वे उसके बारे में भी अपना फीडबैक दे सकते हैं।
कैसे करें एप डाउनलोड
‘जीआरपी हेल्प’ एप डाउनलोड करने के लिए आप गूगल एप स्टोर में जाएं और जीआरपी हेल्प नाम से एप सर्च करें। उसके बाद उस पर क्लिक कर उसे आसानी से डाउन लोड कर लें। बाद में उसमें अपना नाम और नंबर फीड कर दें। किसी भी संकट की स्थिति में आप एप को ओपन करें, वह आपसे आपकी लोकेशन या उस राज्य के बारे में पूछेगा जहां से आप संदेश भेज रहे हैं। आप वह जानकारी भरकर भेज दें। आपको इस एप में कई तरह के ऑप्शन मिलेंगे जैसे आपातकालीन मदद, अपराध की सूचना, संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु की सूचना, उपयोगी टिप्स, जीआरपी, आरपीएफ व रेलवे स्टॉफ आदि के बारे में फीडबैक और कॉन्टैक्ट अस। आप अपना इच्छित विकल्प चुनकर सेवा ले सकते हैं।