Operation Sindoor : मसूद अजहर के अपनों के जनाजे ने खोली पाकिस्तान की पोल
Operation Sindoor

Operation Sindoor 2.0 : नई दिल्ली। यह भी अजीब है कि नागरिकों के अंतिम संस्कार उनके राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे ताबूतों के साथ किए जा रहे हैं और राजकीय सम्मान दिया जा रहा है। इन सुविधाओं में मारे गए व्यक्ति आतंकवादी थे। आतंकवादियों को राजकीय अंतिम संस्कार देना पाकिस्तान में एक प्रथा हो सकती है लेकिन यह हमारे लिए बहुत मायने नहीं रखता। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने यह बात ऑपरेशन सिन्दूर के बाद दूसरी प्रेस ब्रीफिंग में कही है।

विदेश सचिव का बयान उन तस्वीरों और वीडियो को लेकर सामने आया है जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय के सामने आ कुछ ताबूदों के सामने खड़े लोग शोक भाव लिए खड़े हैं। इस भीड़ में ही खड़े हैं पाकिस्तानी सेना की वर्दी पहने लोग। इस वीडियो और तस्वीर ने पाक सेना और आतंक के आकाओं के बीच के घनिष्ट संबंधों को भी उजागर किया है। माइक के सामने मुर्दनी भरा चेहरा लिए खड़ा व्यक्ति पाकिस्तानी आतंकवादी मसूद का भाई रऊफ बताया जा रहा है। एयर स्ट्राइक में रऊफ की पत्नी और बेटे समेत आतंकी मसूद के परिवार के 14 लोग मारे गए हैं।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा –

“कल (7 मई), पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के सिख समुदाय पर लक्षित हमला किया- पुंछ में एक गुरुद्वारे पर हमला किया और सिख समुदाय के सदस्यों को निशाना बनाया, जो हमले की चपेट में आ गए। हमलों में कुल 16 नागरिक मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं।”

प्रतिबंधित आतंकवादियों का घर है पाकिस्तान :

“वैश्विक आतंकवाद के केंद्र के रूप में पाकिस्तान की प्रतिष्ठा कई उदाहरणों में निहित है। मुझे यह याद दिलाने की आवश्यकता नहीं है कि ओसामा बिन लादेन कहां पाया गया था और किसने उसे शहीद कहा था। पाकिस्तान बड़ी संख्या में संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों और कई देशों द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों का भी घर है। आपने पिछले कुछ दिनों में देखा होगा, उनके रक्षा मंत्री और पूर्व विदेश मंत्री ने ऐसे आतंकवादी समूहों के साथ अपने देश की संलिप्तता को स्वीकार किया है।”

UNSC में पाकिस्तान ने TRF की भूमिका विरोध किया :

“जब यूएनएससी में पहलगाम के बारे में बातचीत चल रही थी, तो पाकिस्तान ने टीआरएफ (द रेजिस्टेंस फ्रंट) की भूमिका का विरोध किया था। यह तब हुआ जब टीआरएफ ने एक बार नहीं, बल्कि दो बार हमले की जिम्मेदारी ली।”

कर्नल कुरैशी और विंग कमांडर सिंह ने कल और आज भी स्पष्ट रूप से कहा कि भारत की प्रतिक्रिया गैर-बढ़ाने वाली, सटीक और नपी-तुली है। हमारा इरादा मामले को बढ़ाने का नहीं है और हम केवल बढ़ते तनाव का जवाब दे रहे हैं। किसी भी सैन्य लक्ष्य को निशाना नहीं बनाया गया है। केवल पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया गया है।

विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा, “पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामुल्ला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी कैलिबर आर्टिलरी का उपयोग करते हुए नियंत्रण रेखा पर अपनी अकारण गोलीबारी की तीव्रता बढ़ा दी है। पाकिस्तानी गोलीबारी के कारण 16 निर्दोष लोगों की जान चली गई है, जिनमें तीन महिलाएं और पांच बच्चे शामिल हैं। भारत को पाकिस्तान की ओर से मोर्टार और आर्टिलरी की गोलीबारी को रोकने के लिए जवाबी कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ा।”

लाहौर का एयर डिफेन्स सिस्टम तबाह :

सोफिया कुरैशी कहती हैं, “आज सुबह, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में कई स्थानों पर एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को निशाना बनाया। भारत की प्रतिक्रिया पाकिस्तान की तरह ही समान क्षेत्र में और समान तीव्रता के साथ रही है। विश्वसनीय रूप से पता चला है कि लाहौर में एक एयर डिफेंस सिस्टम को बेअसर कर दिया गया है।”

भारत के 15 ठिकानों पर हमले की नाकाम कोशिश :

बता दें कि, 7-8 मई 2025 की रात को, पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करके अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का प्रयास किया। इन्हें एकीकृत काउंटर यूएएस द्वारा बेअसर कर दिया गया। इन हमलों के मलबे अब कई स्थानों से बरामद किए जा रहे हैं जो पाकिस्तानी हमलों की पुष्टि करते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here