Masood Azhar : मध्यमत। पाकिस्तान के बहावलपुर का मरकज सुभान अल्लाह…ये जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) का मुख्यालय है। यह मरकज जैश प्रमुख मसूद अजहर, अब्दुल रऊफ असगर और मौलाना अम्मार सहित कई लोगों का आवास हैं। मसूद अजहर के साथ रहने वाले यह लोग उसी के सगे संबंधी है। आतंक का आका मसूद अजहर यहीं से अपने कैडर्स को हथियार का प्रशिक्षण और कट्टरता की शिक्षा देता था।
भारत के खिलाफ आतंकी हमलों की साजिश रचने वाले मसूद अजहर के सगे संबंधी जब भारत के ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के तहत मारे गए तो उसने बयान जारी करते हुए कहा कि, काश वो भी मर जाता…।
मसूद अजहर के संबंधियों की मौत का शोक मनाती पाक सेना :

लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय का एक वीडियो और तस्वीर भी दुनिया के सामने आ गई है। कुछ ताबूदों के सामने खड़े लोग शोक भाव लिए खड़े हैं। इस भीड़ में ही खड़े हैं पाकिस्तानी सेना की वर्दी पहने लोग। इस वीडियो और तस्वीर ने पाक सेना और आतंक के आकाओं के बीच के घनिष्ट संबंधों को भी उजागर किया है। माइक के सामने मुर्दनी भरा चेहरा लिए खड़ा व्यक्ति पाकिस्तानी आतंकवादी मसूद का भाई रऊफ बताया जा रहा है। एयर स्ट्राइक में रऊफ की पत्नी और बेटे समेत आतंकी मसूद के परिवार के 14 लोग मारे गए हैं।
बहावलपुर का मरकज सुभान अल्लाह :
पाकिस्तान के बहावलपुर का मरकज सुभान अल्लाह (Markaz Subhan Allah of Bahawalpur) उन 9 जगहों में शामिल है जहां भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत एयर स्ट्राइक की। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बहावलपुर के बाहरी इलाके में, कराची मोड़ पर एनएच-5 के किनारे मरकज सुभान अल्लाह स्थित है। 15 एकड़ में फैला यह परिसर प्रशिक्षण सुविधाओं, आवासों और विशेष सुविधाओं से लैस है। इसमें स्विमिंग पूल, घोड़ों के अस्तबल और राइडिंग ग्राउंड समेत कई फैसिलिटी थी।
भारत के खिलाफ अजहर ने की कई साजिश :
56 वर्षीय मसूद अजहर पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकी समूह का संस्थापक है। जैश-ए-मोहम्मद ने भारत में कई आतंकी हमले किए हैं। इन हमलों में मुख्य रूप से 2016 का पठानकोट एयरबेस हमला और 2019 का पुलवामा हमला शामिल है। मसूद अजहर 2001 के संसद हमले और 2008 के मुंबई हमलों में भी शामिल रहा है।
2016 में, मसूद अजहर ने अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था। अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी भी घोषित किया गया है।
कंधार हाईजैक के चलते छूटा अजहर :
आतंकी मसूद अजहर एक बार भारतीय एजेंसियों की हिरासत में था लेकिन एयर इंडिया IC814 अपहरण के बाद उसे छोड़ना पड़ा था। दिसंबर 1999 में काठमांडू से दिल्ली के लिए उड़ान भरते समय पांच सशस्त्र आतंकवादियों ने विमान का अपहरण कर लिया था। प्लेन हाईजैक करके आतंकी विमान को अमृतसर, लाहौर और दुबई के रास्ते अफगानिस्तान के कंधार ले गए थे। भारत को बंधकों के बदले अजहर और दो अन्य आतंकवादियों को रिहा करना पड़ा था।
अजहर की मौजूदगी से इनकार करता रहा इस्लामाबाद :
गौरतलब है कि, इस्लामाबाद ने बार-बार अजहर की मौजूदगी से इनकार किया है, जबकि यह एक ओपन सीक्रेट है कि, वह पाकिस्तान में सेना के संरक्षण में है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से 2022 में उज्बेकिस्तान में एक शिखर सम्मेलन में पूछा गया था कि क्या वह संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे तो उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया था।
उसी साल, जब भारत और अमेरिका ने अजहर के भाई अब्दुल रऊफ असगर पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की, जो जैश-ए-मोहम्मद में दूसरे नंबर का है, तो चीन ने तकनीकी रोक लगा दी थी। चीन द्वारा यह कहा गया था कि उसे इस कदम का अध्ययन करने के लिए समय चाहिए।
हमले जारी रखने की खाई थी कसम :
पिछले साल नवंबर में, अजहर ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक इस्लामी मदरसा में एक सार्वजनिक भाषण दिया था, जिसमें उसने कथित तौर पर भारत पर हमले जारी रखने की कसम खाई थी। अपने भाषण में, उसने यह भी घोषणा की थी कि, वह जम्मू और कश्मीर में हमले बढ़ाएगा।
दिसंबर में, भारत ने मांग की थी कि, पाकिस्तान अजहर और जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ कार्रवाई करे। कहा गया था कि अगर आतंकवादी का भाषण सच है, तो यह पाकिस्तान की धरती से काम करने वाले आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने में “पाकिस्तान के दोहरेपन को उजागर करता है।”
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकियों के ठिकाने तो नेस्तेनाबूद कर दिया है लेकिन आतंक का आका मसूद अजहर और अन्य आतंकी अभी जिंदा है। ऑपरेशन सिन्दूर पर पूर्व थल सेना प्रमुख मनोज नरवणे की बात के साथ इस लेख को खत्म करना सही है कि, पिक्चर अभी बाकी है…