Operation Sindoor : 22 अप्रैल 2025 के पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिजनों ने भारत की “ऑपरेशन सिंदूर” कार्रवाई पर भावनात्मक और सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ दी हैं। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए। परिजनों ने इस कार्रवाई को न्याय, बदला और अपने प्रियजनों के लिए सम्मान के रूप में देखा।
परिजनों की प्रमुख प्रतिक्रियाएँ
ऐशान्या द्विवेदी (शुभम द्विवेदी की पत्नी):
शुभम द्विवेदी, कानपुर के 31 वर्षीय व्यवसायी, पहलगाम हमले में मारे गए थे। उनकी पत्नी ऐशान्या ने ऑपरेशन सिंदूर के नाम से “व्यक्तिगत जुड़ाव” महसूस किया। उन्होंने कहा, “जब मैंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम पढ़ा, तो मैं शुभम की तस्वीर देखकर रो पड़ी। यह नाम देकर सरकार ने उन सभी महिलाओं से, जिनके पति मारे गए, व्यक्तिगत स्तर पर जुड़ाव दिखाया। मुझे लगता है कि यह हमारी ओर से लिया गया बदला है।” ऐशान्या ने भारत की ओर से की गई कार्रवाई पर संतुष्टि जताई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया।
प्रियदर्शिनी सतपथी (प्रशांत सतपथी की पत्नी):
प्रशांत सतपथी, ओडिशा के 43 वर्षीय अकाउंटेंट, अपने परिवार के साथ छुट्टियाँ मनाने गए थे, जब हमले में उनकी मृत्यु हुई। उनकी पत्नी प्रियदर्शिनी ने कहा, “मैं केंद्र सरकार को साहसिक कदम के लिए धन्यवाद देती हूँ। आतंकियों ने मेरे पति पर मंगलवार के दिन ही हमला किया था, और ऑपरेशन सिंदूर भी मंगलवार को शुरू हुआ। मैं चाहती हूँ कि यह ऑपरेशन जारी रहे ताकि दुनिया में आतंकवाद खत्म हो।” उन्होंने जोर दिया कि पाकिस्तान या जो भी इसके पीछे है, उसे सबक सिखाया जाना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों।
हिमांशी नरवाल (लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी) और उनकी माँ:
भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल, जो अपनी शादी के एक हफ्ते बाद हनीमून पर थे, हमले में मारे गए। उनकी पत्नी हिमांशी की अपने पति के शव के पास बैठी तस्वीर ने देश को झकझोर दिया। विनय की माँ ने कहा, “आगे बढ़ें और ऐसा जवाब देते रहें ताकि ऐसी पहलगाम हमले जैसी घटनाएँ दोबारा न हों।” उन्होंने भारतीय सेना की कार्रवाई की सराहना की और कहा कि उनका परिवार और पूरा देश सरकार के साथ है।
प्रगति जगदाले (संतोष जगदाले की पत्नी):
पुणे निवासी संतोष जगदाले भी हमले में मारे गए। उनकी पत्नी प्रगति ने कहा, “हम सब इंतज़ार कर रहे थे कि भारत कब इस आतंकी हमले का बदला लेगा। ऑपरेशन सिंदूर पीड़ितों के लिए सही श्रद्धांजलि है।” उनकी बेटी असावरी जगदाले ने भी सेना की कार्रवाई पर गर्व जताया और कहा कि यह एक करारा जवाब था।
संगीता गनबोटे (कौस्तुभ गनबोटे की पत्नी):
पुणे के ही एक अन्य पीडित कौस्तुभ गनबोटे की पत्नी संगीता ने कहा, “मैं बहुत खुश हूँ कि भारत ने पहलगाम हमले का जवाब दिया, जिसमें मैंने और अन्य महिलाओं ने अपना सिंदूर खोया।” उनके बेटे ने कहा, “हमें उम्मीद थी कि सरकार ऐसी कार्रवाई करेगी। ऑपरेशन सिंदूर का नाम मेरी माँ जैसी महिलाओं के सम्मान के लिए रखा गया।”
अरति (एन. रामचंद्रन की बेटी):
केरल के एन. रामचंद्रन अपने परिवार के साथ छुट्टियाँ मना रहे थे जब उनकी हत्या हुई। उनकी बेटी अरति ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर का नाम सुनकर हमें राहत मिली। यह उन सभी परिवारों के लिए सांत्वना है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया।” उन्होंने इस नाम को सबसे उपयुक्त बताया और प्रधानमंत्री, सेना और सरकार को सलाम किया।
जेनिफर नाथनियल (सुशील नाथनियल की पत्नी):
सुशील नाथनियल की पत्नी जेनिफर ने ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की, लेकिन माँग की कि हमले के चार आतंकियों को ढूँढकर सजा दी जाए। उन्होंने कहा, “इन चार लोगों ने वह किया जो कोई जानवर भी नहीं करेगा। मैं चाहती हूँ कि इन्हें भी वैसी ही सजा मिले।”
हैदर शाह (सैयद आदिल हुसैन शाह के पिता):
सैयद आदिल हुसैन शाह, एक स्थानीय पॉनी ऑपरेटर, ने पर्यटकों को बचाने की कोशिश में अपनी जान गँवा दी। उनके पिता हैदर शाह ने कहा, “हमें खुशी है कि 26 लोगों की हत्या, जिसमें मेरा बेटा भी शामिल है, का बदला लिया गया।”
संजय द्विवेदी (शुभम द्विवेदी के पिता) और मनोज द्विवेदी (रिश्तेदार):
शुभम के पिता संजय ने कहा, “इस खबर को सुनकर मेरा पूरा परिवार हल्का महसूस कर रहा है।” उनके रिश्तेदार मनोज ने कहा, “पीड़ितों को आखिरकार न्याय मिला। यह सेना की ओर से सच्ची श्रद्धांजलि है।” उन्होंने विश्वास जताया कि मोदी सरकार आतंकवाद को खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाएगी।
प्रीतम (भारत भूषण का भाई):
भारत भूषण के भाई प्रीतम ने कहा, “हम सरकार के फैसले का पूरी तरह समर्थन करते हैं, क्योंकि आतंकी संगठनों को निशाना बनाया गया।”
अनुष्का और रिचा मोने (अतुल मोने की पत्नी और बेटी):
अतुल मोने की पत्नी अनुष्का ने कहा, “भारतीय सेना के हमले की खबर सुनकर बहुत अच्छा लगा। उन्होंने हमारे लिए बदला लिया।” उनकी बेटी रिचा ने कहा, “यह बदला उन 26 लोगों की आत्माओं को शांति देगा जो पहलगाम हमले में शहीद हुए।”
चारोकमहुआ तागे (कॉर्पोरल तागे हैलयांग की पत्नी):
भारतीय वायुसेना के कॉर्पोरल तागे हैलयांग, अरुणाचल प्रदेश के निवासी, हमले में मारे गए। उनकी पत्नी चारोकमहुआ ने कहा, “इस ऑपरेशन ने मेरे नुकसान को कुछ हद तक कम किया। मैं चाहती हूँ कि सरकार सभी आतंकियों और उनके ठिकानों को खत्म कर दे।”
अनाम परिजन:
एक परिजन ने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए कहा, “पुलवामा हमले के बाद मेरे पिता ने मुझे खुशी से गले लगाया था। इस बार यह त्रासदी हम पर व्यक्तिगत रूप से आई, लेकिन जहाँ भी मेरे पिता होंगे, उन्हें गर्व महसूस हो रहा होगा।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तान बार-बार हमले करता है और ऐसी कार्रवाइयाँ जारी रहनी चाहिए।