जानता जिसे आज भी जग है
वो पहचान है पिता
जिसने दूर रह कर भी प्यार बरसाया
वो पहचान है पिता
जिसने अपने कंधे पर बिठाकर दुनिया घुमाई
वो पहचान है पिता
जिसने हाथ थाम कर चलना सिखाया
वो पहचान है पिता
जिसने हर मुश्किल का सामना करना सिखाया
वो पहचान है पिता
दुख में भी जिसने मुस्कुराना सिखाया
वो पहचान है पिता
– डॉली पाटिल