नई दिल्ली,मई 2016/ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के मौजूदा सत्र में जीएसटी विधेयक पारित नहीं होने पर चिंता जताते हुए कहा कि विधेयक पारित हो जाता तो उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों को सबसे ज्यादा फायदा होता। मोदी ने राज्यसभा में सेवानिवृत्त होने जा रहे सदस्यों को दिए जाने वाले विदाई भाषण में कहा कि यहां जब हम आते हैं तो हमारे विचारों की एक सीमा होती है। यहां विभिन्न पृष्ठभूमि के लोग आते हैं। यहां आने के बाद सोचने का दायरा और बड़ा हो जाता है। इस सदन के सदस्यों ने राष्ट्र के लिए बड़ी भूमिका निभाई। मेरी शुभकामनाएं उनकेे साथ हैं और रहेंगी। सदन से जाने के बाद यह सरकार आपके काम को उसी तरह करने को तत्पर रहेगी, जैसा सदस्य रहने पर रहती है। मैं चाहूंगा कि आप इस हक का भरपूर लाभ उठायें। महत्वपूर्ण सुधारों के निर्णय आपकी भागदारी व उपस्थिति में हुए। आप राज्य का प्रतिनिधित्व करते हैं।
जीएसटी पारित न होने पर अपनी पीड़ा सदन के सामने रखते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दो चीजों का गिला-शिकवा आपके मन में जरूर रहेगा। आप जिस राज्य का प्रतिनिधित्व करते हैं, वह आप पर भरपूर गर्व करता, अगर जीएसटी पास हो जाता तो। इससे बिहार को भरपूर फायदा होता। उत्तर प्रदेश को भी फायदा होता। एक दो राज्यों को छोड़ अधिकतर राज्य को इसका लाभ होता। राष्ट्रीय मुआवजा वनीकरण कोष संबंधित विधेयक के बारे में उन्होंने कहा कि यह विधेयक पारित नहीं होने से अब हमें वर्षा के मौसम में वनीकरण के लिए इसका लाभ नहीं मिल पाएगा। अगले सत्र में जब तक यह पारित होगा तब तक मॉनसून निकल जाएगा।
गौरतलब है कि राज्यसभा के 53 सदस्य जुलाई में अगले सत्र से पहले रिटायर हो रहे हैं और इनमें कुछ बड़े नाम शामिल हैं। रिटायर होने वालों में पांच मंत्री वेंकैया नायडू, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, वाईएस चौधरी और मुख्तार अब्बास नकवी भी शामिल हैं। जयराम रमेश और हनुमंत राव समेत कांग्रेस के कुल 16 सांसद रिटायर हो रहे हैं।