नई दिल्ली, मई 2016/ राहुल गांधी ने संसद में मोदी सरकार की जिस योजना का ‘फेयर एंड लवली’ स्कीम कहकर मजाक उड़ाया था वह उस योजना के तहत काले धन को सफेद करने के लिए नागरिकों के पास बस कुछ ही दिन का मौका बचा है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नागरिकों से अपील की है कि वो 25 मई से पहले अपने पास जमा काले धन का हिसाब दें। एक जून से काले धन का पता लगाकर उस पर आयकर के नियमों के हिसाब से टैक्स वसूला जाएगा और स्वच्छ तरीके से घरेलू धन जमा करने की प्रणाली पर ज़ोर दिया जाएगा ।
आय की घोषणा योजना 2016 ने सभी को ये अवसर दिया है की वो आगे बढ़कर अपनी आय का सही ब्योरा प्रस्तुत कर सकें और अपने अघोषित धन को संरक्षित धन में परिवर्तित कर सकें। ब्योरा देने वाले व्यक्ति को अधिभार और अर्थ दंड के रूप में कुल 45 प्रतिशत धन की कटौती करवानी होगी ।
अनेक कंपनियों में हिस्सेदारी रखने वालों के साथ साथ आम नागरिकों से भी वित्त मंत्री ने कहा है कि वो काले धन को जल्द से जल्द सुरक्षित करने से संबंधित सुझाव उनसे साझा कर सकते हैं। जेटली ने अपने बजट भाषण में कहा था कि नागरिकों को काले धन का ब्योरा देने के लिए चार माह का समय दिया जाएगा और घोषणा के बाद दो माह के भीतर उन्हें वो धन जमा करने की सुविधा भी दी जाएगी ।