भोपाल, मई 2016/ मध्यप्रदेश कांग्रेस ने देश में एलईडी बल्ब वितरण की उजाला योजना को लेकर प्रधानमंत्री की तीखी आलोचना करते हुए इसे जनता को गुमराह करने वाली योजना बताया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने योजना को लेकर अखबारों में छपे विज्ञापनों का हवाला देते हुए सरकार से पूछा है कि विज्ञापन के अनुसार 9 वॉट का एलईडी बल्व 100 वॉट की रोशनी देगा। यह तकनीकि दृष्टि से किसी भी रूप में संभव नहीं है। सरकार इस सस्ती बल्ब बिक्री योजना को लेकर प्रधानमंत्री के फोटो लगे विज्ञापनों के जरिए उपभोक्ताओं को राजनीतिक आधार पर ठगने का प्रयास कर रही है। बल्बों की क्षमता के बारे में लोगों को गलत जानकारी दी जा रही है।
यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिख कर गलत बयानी न करने का भी आग्रह किया है। यादव ने कहा है कि मोदीजी एक अरब 25 करोड़ से अधिक देशवासियों के मुखिया है। लिहाजा, उनका राजनीतिक आचरण, नैतिकता और सच्चाई पर आधारित होना चाहिए। सस्ती लोकप्रियता के लिए उनके द्वारा की जा रही गलत बयानी संसदीय आचरण, मान्य परंपराओं और मर्यादाओं के विपरीत मानी जाएगी। एक मई को बलिया में ‘मजदूर दिवस’ के अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरी सरकार ने ही मजदूरी की न्यूनतम मासिक पेंशन 1000 रूपए की है, जबकि हकीकत इसके बिलकुल परे है। यह निर्णय 6 फरवरी, 2014 को तत्कालीन यूपीए सरकार के दौरान श्रम मंत्री ऑस्कर फर्नांडीस द्वारा लिया गया था।