‘राष्ट्र संत’ के नाम से मशहूर हाई प्रोफाइल भय्यूजी महाराज एक बार फिर शादी करने जा रहे हैं। 30 अप्रैल को वे इंदौर में शर्मा परिवार की बेटी डॉ. आयुषी के साथ सात फेरे लेंगे। इंदौर में आयोजित विवाह समारोह में भय्यूजी महाराज के अत्यंत करीबी लोगों को कार्ड भेजकर आमंत्रित किया गया है।
भय्यूजी महाराज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से लेकर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देखमुख, शरद पवार, लता मंगेशकर, उद्धव ठाकरे, मनसे नेता राज ठाकरे, आशा भोंसले, अनुराधा पौडवाल, एक्टर मिलिंद गुणाजी सहित कई वीवीआईपी लोगों के निकट रहे हैं और इनमें से कई इंदौर स्थित उनके आश्रम आ चुके हैं।
भय्यूजी की पहली पत्नी माधवी का एक वर्ष पूर्व निधन हो गया था। मूल रूप से औरंगाबाद निवासी माधवी लंबे समय से अलग ही रह रही थीं। उनकी एक बेटी भी है। भय्यूजी महाराज करीब एक वर्ष पूर्व सार्वजनिक जीवन से सन्यास लेने की घोषणा कर चुके हैं। उन्होंने पिछले काफी दिनों से हाईप्रोफाइल लोगों और नेताओं से दूरी भी बना ली है। अब अचानक लिए गए दूसरी शादी के फैसले से उनके शिष्य अचंभित हैं।
भय्यूजी कई ट्रस्ट के सर्वेसर्वा हैं। वे अकसर चर्चा में रहते हैं। एक बार वे खुद को कर्ज में डूबा घोषित करने के बाद चर्चा आए थे। भय्यू महाराज का वास्तविक नाम उदयसिंह देखमुख है। उनका जन्म शुजालपुर के एक किसान परिवार में हुआ था। उनका मुख्य आश्रम इंदौर में है और सदगुरु दत्त धार्मिक ट्रस्ट उनके द्वारा ही संचालित है।
अन्ना का अनशन तुड़वाया था
भय्यूजी उस समय भी चर्चा में आए जब अन्ना हजारे के अनशन को खत्म करवाने के लिए तत्कालीन केंद्र सरकार ने उन्हें अपना दूत बनाकर भेजा था। बाद में अन्ना ने उनके हाथ से जूस पीकर अनशन तोड़ा था। गत वर्ष मप्र सरकार द्वारा सिंहस्थ के दौरान इंदौर में हुए धर्म-धम्म सम्मेलन में खुद को न बुलाए जाने पर भय्यूजी ने सरकार की तीखी आलोचना की थी।
विवाह का निर्णय पारिवारिक
इस बीच भय्यू महाराज के सूर्योदय परिवार ट्रस्ट की ओर से बताया गया है कि महाराज के पिताजी का 2 साल पहले निधन हो चुका है तथा उनकी माताजी वृद्धावस्था के चलते अस्वस्थ रहती हैं। उनकी बेटी भी उम्र में काफी छोटी है। खुद भय्यू महाराज अस्वस्थ होने के कारण दो तीन सालों से सामाजिक कार्य में समय नही दे पा रहे है। उन्होंने दूसरे विवाह का निर्णय माताजी, अपनी दोनों बड़ी बहनों तथा परिवार के वरिष्ठजनों के काफी आग्रह करने पर लिया है।