प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया के जरिए राजनीति को एक नया आयाम दिया है और यही वजह कि अब उनके निर्देश पर सांसदों का प्रभाव नापने के लिए उनके सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला जा रहा है। सोशल मीडिया पर सांसद कितने एक्टिव है, इसी से उनकी लोकप्रियता मापी जा रही है।

भाजपा डिजिटल सेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर एक डिजिटल मैनेजमेंट इन्‍फार्मेशन सिस्‍टम बनाया है, जिसमें सभी 282 सांसदों के सोशल मीडिया अकाउंट को ट्रैक किया गया और उनका रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया। इस रिपोर्ट में हर सांसद के ट्विटर और फेसबुक पर फॉलोअर की संख्या, ट्वीट्स की संख्या और रिट्वीट का हिसाब रखा गया। इस रिपोर्ट का सबसे अहम पैमाना है कि क्या सांसद सरकार के काम का प्रचार करते हैं या नहीं। आखिर में उनके प्रोफाइल और स्टेटस पर फोकस किया गया है।

इस रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया टेस्ट में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अव्वल रहीं। ट्विटर पर उनके 50 लाख फॉलोअर्स हैं। करीब साढ़े आठ लाख फॉलोअर्स के साथ केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी दूसरे स्थान पर रहे। विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह, केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और डॉक्टर महेश शर्मा की भी सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने के लिए पीठ थपथपाई गई है।

इस डिजिटल रिपोर्ट के मुताबिक, मोदी सरकार के उन मंत्रियों का नाम भी उजागर किया गया, जो सोशल मीडिया पर सबसे कम सक्रिय रहते हैं। इनमें मेनका गांधी, संतोष गंगवार,  डॉक्टर राम शंकर कठेरिया, संजीव बाल्यान, निरंजन ज्योति, निहाल चंद, हरिभाई चौधरी और हंसराज अहीर का नाम शामिल है।

प्रधानमंत्री के गृह राज्य गुजरात की बात करें तो वहां के सांसद भी इस टेस्ट में काफी पीछे रहे। गुजरात के 26 में से 15 सांसद तो ट्विटर और फेसबुक पर हैं ही नहीं। यदि हैं तो भी उनकी मौजूदगी लगभग जीरो है। उत्तर प्रदेश में भी 71 में से 43 सांसद सोशल मीडिया पर निष्क्रिय निकले।

सरकार का नेतृत्व करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा एक्टिव रहते हैं। ट्विटर पर उनके एक करोड़ 96 लाख फॉलोअर्स हैं।

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