बताओ नव सम्राट, सत्ता का क्या भाव है…

0
1974

सचिन जैन

अब नियंत्रण तुम्हारे हाथ में है
बताओ नव सम्राट, सत्ता का क्या भाव है,

लोग बस रोटी रोटी चिल्लाते रहेंगे
पर तुम मत सुनना, यह भटकाव है,

बच्चे किताब किताब चिल्लाते रहेंगे
पर तुम मत सुनना, यह भटकाव है,

औरत सम्मान सम्मान चिल्लाती रहेगी
पर तुम मत सुनना, यह भटकाव है,

मजदूर मजूरी मजूरी पुकारते रहेंगे
पर तुम मत सुनना, यह भटकाव है,

नदी पानी पानी चिल्लाती रहेगी
पर तुम मत सुनना, यह भटकाव है,

पहाड़ बचाओ बचाओ चिल्लाता रहेगा
पर तुम मत सुनना, यह भटकाव है,

बीमार बस दर्द से मुक्ति मांगेगा
पर तुम मत सुनना, यह भटकाव है,

गौरैया पेड़ की एक डाल मांगेगी
पर तुम मत सुनना, यह भटकाव है,

किसान मिट्टी का प्यार मांगेगा
पर तुम मत सुनना, यह भटकाव है,

एक शव आखिरी संस्कार मांगेगा
पर तुम मत सुनना, यह भटकाव है,

नागरिक सवालों का जवाब मांगेगे
पर तुम मत सुनना, यह भटकाव है,

तुम आतंक का संस्कार लहराते रहना
नव सम्राट, तुम बस सच सुनना बंद कर देना

—————-

यह विचारोत्‍तेजक कविता सचिन जैन की फेसबुक वॉल से।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here