राहुल सिंह
नई दिल्ली, मई 2016/ इंटरनेट और स्मार्ट फोन का उपयोग करने वालों के लिए अच्छी खबर है। दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के चैयरमैन आर.एस.शर्मा का कहना है कि टोल फ्री हेल्पलाइन नंबरों की तरह सभी लोगों को फ्री या फिर रियायती दर पर इंटरनेट की सुविधा दी जानी चाहिए। ट्राई इंटरनेट का उपयोग बढ़ाने के तरीकों पर विचार कर रहा है और इसमें कई तरह के उपाय शामिल हैं।
एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए शर्मा ने कहा कि इस प्रस्ताव पर अभी सलाह मशविरा किया जा रहा है। उन्होंने साफ किया कि इससे नेट न्यूट्रिलिटी पर कोई विपरीत असर नहीं होगा।
यह विचार ट्राई द्वारा दिए गए उस आदेश के खिलाफ भी नहीं है जिसमें सभी मोबाइल ऑपरेटर्स पर डेटा एक्सेस के लिए अलग-अलग टैरिफ लेने पर रोक लगाई गई है।
फ्री डेटा के मुद्दे पर ट्राई चैयरमैन ने कहा, “यदि कोई कम चार्ज वसूलता है या मुफ्त कंटेट प्रदान करता है तो हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन यह सभी मोबाइल ऑपरेटर्स के लिए उपलब्ध होनी चाहिए।”
इस नए रुख के चलते ट्राई को अपने ही उस आदेश के बारे में दुबारा सोचना पड सकता है जिसमें उसने अलग-अलग टैरिफ्स पर रोक लगाने का आदेश दिया था। इस आदेश के कारण फेसबुक के ‘फ्री बेसिक्स’ और ‘एयरटेल जीरो’ जैसे प्लेटफार्म्स पर रोक लगी थी।
फेसबुक का ‘फ्री बेसिक्स’ केवल कुछ वेबसाइट्स के लिए एक्सेस प्रदान करता है और यह केवल रिलायंस कम्युनिकेशन के ग्राहकों के लिए है। शर्मा ने कहा, ” हमारा फैसला है कि फ्री या रियायती दरों पर मिलने वाले कंटेट की सुविधा सभी ग्राहकों के लिए होनी चाहिए।” हम अपने रुख से पीछे नहीं हटेंगे। हां हम चाहते हैं कि बातचीत द्वारा टॉल फ्री की तरह डेटा की सुविधा भी मिलनी चाहिए। इस तरह की सुविधाएं, स्वास्थ्य, गवर्नेंस, सरकारी योजनाओं की जानकारी के लिए अमल में लाई जा सकती हैं।
Writer is freelance contributor for madhyamat.com
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