भोपाल, मई 2016/ मध्यप्रदेश में बाघों की मौत के असली कारणों को लेकर धुंध छाई हुई है। अफसरों द्वारा बताए जाने वाले कारणों पर लोग भरोसा नहीं कर रहे हैं। बाघों की मौत के पीछे कोई आपराधिक कारण न होने जैसी सफाई देने और जनता में भरोसा कायम करने के लिए सरकार अब बाघों की पोस्टर्माटम रिपोर्ट सार्वजनिक करने जा रही है। आपको बता दें कि इस तरह की मंशा खुद मुख्यमंत्री भी जाहिर कर चुके हैं।
पता चला है कि वन विभाग संरक्षित एवं आरक्षित वनों में हुई बाघों की मौत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट जनता के सामने रखेगा। ताकि जनता को पता चले कि आखिर बाघों की मौत का कारण क्या था। गौरतलब है कि प्रदेश में पिछले 14 माह में 23 बाघों की मौत हो चुकी है। इसमें से आधा दर्जन बाघों का शिकार हुआ है। पिछले माह राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में भी इस मामले पर काफी बहस हुई थी और मुख्यमंत्री को कहना पड़ा था कि हम बाघों की मौतों के कारणों का खुलासा क्यों नहीं करते।