मुंबई/ कोरोना वायरस, यस बैंक का घोटाला और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में भारी गिरावट सोमवार को भारत के निवेशकों का करीब सात लाख करोड़ रुपया ले डूबी। एक दिन में इतनी बड़ी राशि का झटका लगने से बाजार चरमरा गया है और शेयर कारोबार करने वालों में भगदड़ की स्थिति बन गई है। बाजार के जानकारों का कहना है कि यदि सरकार ने जल्दी ही एहतियाती उपाय नहीं किए तो शेयर बाजार और गड्ढे में जा सकता है और यदि ऐसा हुआ तो इसका सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा जो पहले से ही चरमाराई हुई है।
सोमवार को इस सप्ताह का पहला कारोबारी दिन था और पहले ही दिन सेंसेक्स 1942 अंक टूटकर 35,634.95 अंकों पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 538 अंक लुढ़ककर 10,415.50 के स्तर पर बंद हुआ। दिसंबर 2018 के बाद निफ्टी का यह सबसे निचला स्तर है। इतनी बड़ी गिरावट से मिनटों में निवेशकों के लाखों करोड़ रुपये स्वाहा हो गए। पिछले सप्ताह कारोबार बंद होने के दिन शुक्रवार को बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 1,44,31,224.41 करोड़ रुपये था, जो सोमवार को हुई भारी गिरावट से 6,87,807.2 करोड़ रुपये घटकर 1,37,43,417.21 करोड़ रुपये रह गया।