फोटोहेडलाइन इस कविता पर कुछ भी कहने की जरूरत नहीं है By मध्यमत - 0 7117 FacebookTwitterPinterestWhatsApp (यह कविता हमने श्री दिवाकर श्रीवत्स के वाट्सएप संदेश से ली है।)