इनकम टैक्स अधिकारी ने टैक्स मामले में एक बूढ़े को अपने कार्यालय में बुलाया। बूढ़ा ठीक समय पर अपने वकील के साथ वहां पहुँच गया।
इनकम टैक्स अधिकारी: “आप तो रिटायर हो चुके हैं। हमें पता चला है कि आप बडे ठाट बाट से रहते हैं। आपको इसके लिए पैसे कहाँ से मिलते हैं?”
बूढ़ा: “जुए में जीतता हूँ।”
इनकम टैक्स वाला: “हमें यकीन नहीं”
बूढ़ा: “मैं साबित कर सकता हूँ। क्या आप एक नमूना देखना चाहते हैं?”
इनकम टैक्स वाला: “अच्छी बात है। जरा हम भी देखें। शुरू हो जाइए।”
बूढ़ा: “क्या आप एक हज़ार रुपये की शर्त लगाने के लिए तैयार हैं? मैं यह दावा कर रहा हूँ कि मैं अपनी ही एक आँख को अपने दाँतों से काट सकता हूँ।
इनकम टैक्स वाला: क्या? नामुमकिन। लग गई शर्त!
बूढ़े ने अपनी शीशे की एक कृत्रिम आँख निकालकर, उसे अपने दाँतों से काटा। इनकम टैक्स वाले ने हार मान ली है और एक हज़ार रुपए बूढ़े को दे दिए।
बूढ़े ने कहा- “क्या अब दो हज़ार की शर्त लगाने के लिए तैयार हो? मैं अपनी दूसरी आँख को भी काट सकता हूँ।”
इनकम टैक्स वाले ने सोचा, जाहिर है यह अँधा तो नहीं है। उसकी दूसरी आँख शीशे की नहीं हो सकती। कैसे कर पाएगा, देखते हैं। यह सोचते हुए उसने कहा “लग गई शर्त”
बूढ़े ने अपने नकली दाँत मुँह से निकालकर, अपनी आँख को हलके से काटा। इनकम टैक्स वाला हैरान हुआ पर कुछ कह नहीं सका। उसने चुपचाप दो हज़ार रुपये अदा कर दिए।
बूढ़े ने उस अफसर से फिर कहा: चलो एक और मौका देता हूँ तुम्हें। दस हज़ार की शर्त लगाने के लिए तैयार हो?”
इनकम टैक्स वाले ने कहा “अब कौनसी बहादुरी दिखाओगे?”
बूढ़ा बोला “आपकी टेबल के नीचे जो यह कूड़ेदान रखा है, मैं इसका सारा कूड़ा आपकी मेज के ऊपर हवा में उछालूंगा, लेकिन टेबल पर उसका एक भी टुकड़ा नहीं गिरेगा।”
इनकम टैक्स वाले ने मन ही मन सोचा कि ऐसा होना संभव ही नहीं है कि यह कूड़ेदान का कूड़ा मेज पर उछाले और जरा सा भी कूड़ा मेज पर न गिरे। बहुत सोचकर, अपने खोए हुए पैसे को वापस जीतने की उम्मीद से, वह शर्त लगाने के लिए राजी हो गया।
बूढ़े आदमी ने कूड़ेदान उठाया और उसका कूड़ा हवा में उछाल दिया। और यह क्या… करीब करीब सारा कचरा इनकम टैक्स वाले की टेबल पर आ गिरा। यह देख इनकम टैक्स वाला बहुत खुश हुआ, उसने सोचा चलो मेरे पैसे तो मिल गए। लेकिन उसने देखा कि बूढ़े के साथ आया वकील सिर पकड़ कर रो रहा है।
उसने पूछा “क्या बात है, वकील साहब?”
वकील ने कहा “अरे साहब, आज सुबह इस शैतान ने मुझसे बीस हज़ार की शर्त लगाई थी, कि वह इनकम टैक्स वालों की टेबल पर उन्हीं के कूड़दान का कचरा डालकर आएगा और संबंधित अधिकारी उसकी इस हरकत से नाराज होने के बजाय खुश होगा।‘’
………. इसीलिए कहते हैं, बिना सोचे समझे किसी से पंगा नहीं लेना चाहिए।
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