पांच रचनाकारों को प्रदान किया गया डॉ. तिवारी स्मृति सम्मान
इंदौर। साहित्य लोकमंगल का वाहक बनकर उभरा है। आज का समय विचारों की घर वापसी का समय है। यह भारतीयता की ओर वापसी है। हम पश्चिम के नहीं अपने विचारों को अपनाकर आगे बढ़ सकते हैं। बहुभाषीय होना हम भारतीयों की ताकत है।
यह बात भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने कही। वे रविवार को वरिष्ठ शिक्षक और लेखक डॉ. एस. एन. तिवारी स्मृति साहित्य सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। अध्यक्षता साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश के निदेशक डॉ. विकास दवे ने की। समारोह में पांच रचनाकारों को सम्मानित किया गया। विशेष अतिथि इंदौर प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविन्द तिवारी ने इंदौर में बढ़ती साहित्यिक गतिविधियों पर प्रसन्नता जाहिर की।
समारोह में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. पद्मा सिंह, प्रभु त्रिवेदी को विशिष्ट साहित्यिक योगदान सम्मान, डॉ. गरिमा संजय दुबे को विधा आधारित सम्मान, श्रीमती माधुरी व्यास को कृति आधारित सम्मान और श्री हर्षवर्धन प्रकाश को प्रतिभावान युवा रचनाकार सम्मान प्रदान किया गया। इस मौके साहित्य, शिक्षा और पत्रकारिता जगत के अनेक प्रमुख हस्ताक्षरों सहित बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी मौजूद रहे।