इंदौर/ मध्यप्रदेश फ़िल्म निर्माण का जबर्दस्त केंद्र बन सकता है। मध्यप्रदेश में फ़िल्म उद्योग की अनंत सम्भावनायें हैं। यहां पहाड़, नदियाँ, झरने आदि प्राकृतिक स्थल, हर जगह पहुंचने के लिए सड़कों की जबर्दस्त कनेक्टिवीटी, वनवासी क्षेत्र व अन्य जगहों पर लोक परम्पराओं का प्रचुर भंडार मौजूद है। यहां रंगमंच व फ़िल्म के लिए कलाकारों की जबर्दस्त फौज तैयार की जा सकती है। यह बात मुंबई प्रदेश भाजपा के महामंत्री व फडणवीस सरकार में राज्यमंत्री रहे अमरजीत मिश्र ने यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही।
श्री मिश्र ने कहा कि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, नरसिंहगढ़, सांची, भीमबेटका, महेश्वर, ओंकारेश्वर, आदि ऐतिहासिक स्थल फ़िल्म निर्माताओं की पहली पसंद हैं, और हो सकते हैं। इससे बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर तैयार होंगे, साथ ही पर्यटन क्षेत्र को भी बढावा मिलेगा।
इससे पहले मुंबई भाजपा के प्रदेश महामंत्री व महाराष्ट्र के पूर्व राज्यमंत्री अमरजीत मिश्र ने इंदौर में मध्यप्रदेश की पर्यटन, अध्यात्म व संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर से मुलाकात की। मिश्र महाराष्ट्र फ़िल्म, रंगभूमि व सांस्कृतिक महामंडल के उपाध्यक्ष रहे हैं जिसके अधीन 521 एकड़ की फिल्मसिटी का काम काज भी आता था। उन्होंने ऊषा दीदी से मध्यप्रदेश के संस्कृति व पर्यटन विभाग के कार्यों की जानकारी ली और फ़िल्म उद्योग को बढावा देने के लिए इंदौर में फिल्मसिटी बनाए जाने का सुझाव भी दिया। मंत्री उषा दीदी से मिश्र ने समाजसेवी विनय पिंगले के निवास पर लंबी बातचीत की। इस अवसर पर भाजपा के उपाध्यक्ष जयंत भिसे भी मौजूद थे।