विश्व बैंक के सहयोग से मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा समन्वित पर्यटन विकास परियोजना के क्रियान्वयन की शुरूआत की जा रही है। प्रथम चरण में ओरछा, खजुराहो, पन्ना, भोपाल, साँची तथा भीमबैठका, सर्किट को इसमें शामिल किया गया है। मध्यप्रदेश स्थित तीन विश्व धरोहर- खजुराहो, साँची और भीमबैठका पर इस प्रोजेक्ट में सबसे पहले ध्यान दिया जा रहा है। यह जानकारी मुख्यमंत्री के सचिव एवं एम.डी. पर्यटन श्री हरि रंजन राव ने आज यहाँ विश्व बैंक एवं पर्यटन विकास निगम के तत्वावधान में ‘मध्यप्रदेश में समन्वित पर्यटन विकास परियोजना’ पर कार्यशाला में दी।
कार्यशाला में सुश्री पूजा, उप सचिव पर्यटन श्रीमती भावना वालिम्बे एवं पर्यटन निगम की अपर प्रबंध संचालक सुश्री तन्वी सुन्द्रियाल सहित निगम के परियोजना जिलों के अधिकारी, संबंधित संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं सलाहकार उपस्थित थे।
श्री हरिरंजन राव ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन विकास की असीम संभावनाएँ हैं। ‘पर्यटन से रोजगार सृजन’ राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इस प्रोजेक्ट के जरिये पर्यटन विकास का लाभ लोगों तक पहुँच सके। इस उद्देश्य से ‘बेहतर कार्य पद्धति’ को अपनाने की जरूरत है। श्री राव ने उम्मीद जाहिर की कि कार्यशाला के जरिये सार्थक विमर्श से प्रोजेक्ट पर तेजी से काम करने में मदद मिलेगी।
विश्व बैंक की सुश्री स्टेफनिया ने विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल खजुराहो का जिक्र करते हुए कहा कि यह प्राचीन विश्व धरोहर है। जरूरत इस बात की है कि पर्यटक खजुराहो के मंदिरों को देखकर खजुराहो को महसूस भी करें। पर्यटक, मध्यप्रदेश में ज्यादा वक्त बिताएं। उन्होंने उत्तरप्रदेश के अपने अनुभव साझा करते हुए आगरा के ताजमहल को देखने आने वाले पर्यटकों की मन:स्थिति से अवगत करवाया। राज्य समन्वयक श्री विक्रम मेनन ने कहा कि विश्व में पर्यटन तेजी से बढ़ता क्षेत्र है जिसका अर्थ-व्यवस्था एवं रोजगार की दृष्टि से खास स्थान है।
कार्यशाला में श्री संजय सक्सेना के प्रेजेंटेशन के बाद अलग-अलग विषय पर प्रतिभागियों ने समूह चर्चा में हिस्सा लिया।