भोपाल, मई 2016/ मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्मार्ट सिटी बनाए जाने को लेकर जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने वर्तमान प्लान पर पुनर्विचार करने का ऐलान किया है। भोपाल में स्मार्ट सिटी के लिए अभी जो योजना केंद्र से मंजूर कराई गई थी उसमें तुलसी नगर और शिवाजी नगर की उन बस्तियों को लिया गया था जो भोपाल की हरियाली का हब कही जाती हैं। स्थानीय नागरिकों ने इसे शहर की प्राकृतिक संपदा पर आघात बताते हुए इसका विरोध किया था। पहले तो भोपाल नगर निगम और अफसरशाही ने इस विरोध को स्मार्ट सिटी के नाम पर की गई कथित रायशुमारी की आड़ में दबाने की कोशिश की लेकिन जब विरोध बहुत बढ़ा तो आखिरकार सरकार को झुकना पड़ा। मुख्यमंत्री ने कहा है कि अब इस योजना पर फिर से विचार किया जाएगा और स्मार्ट सिटी को किसी दूसरी जगह शिफ्ट की जाएगी।
स्मार्ट सिटी की वर्तमान लोकेशन का विरोध करने वाले संगठनों और समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए इसे जनभावनाओं का सम्मान और जनता की जीत बताया है। अनेक संगठनों ने इस फैसले के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार भी व्यक्त किया है।
आप मोहम्मद बिन तुगलक की उपाधि से वंचित रह गए।