शुभरात्रि कविता

जो पुल बनाएँगे
वे अनिवार्यत:
पीछे रह जाएँगे।
सेनाएँ हो जाएँगी पार
मारे जाएँगे रावण
जयी होंगे राम,
जो निर्माता रहे
इतिहास में वे 
बन्दर कहलाएँगे।
– अज्ञेय 

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