हेलमेट नहीं पहनने पर अक्सर ही दो पहिया वाहन चालकों का पुलिसकर्मी चालान काटते दिखाई देते हैं. वाहन चलाने वाले की सुरक्षा के लिए बना हेलमेट पहनने का कानून तोड़ने पर कई बार लोगों को जेब ढीली करनी पड़ती है.
यही हाल कार का है जिसमें ड्राइवर को सीट बैल्ट लगाना अनिवार्य है, हालांकि इस मामले में भी लोग लापरवाही करते दिखाई दे जाते हैं और फिर पकड़े जाने पर जुर्माना भरते हैं. लेकिन पुलिसवाला अगर किसी ड्राइवर का कार के अंदर हेलमेट नहीं पहनने की बात पर चालान काट दे तो बात हजम करना मुश्किल हो जाती है.
ये पूरा मामला गोवा का है जहां एक पुलिसकर्मी ने एक कार चालक का इसलिए चालान काट दिया क्योंकि उसने ड्राइविंग के दौरान हेलमेट नहीं लगाया हुआ था. कमाल की बात तो ये है कि जब इसकी शिकायत पुलिस विभाग पहुंची तो वहां अधिकारी पुलिसकर्मी का ही पक्ष लेते नजर आए.
दरअसल पणजी में कोल्वा बीच पर एकनाथ अनंक पालकर अपनी कार से घूम रहा था. इस बीच वहां तैनात सब इंस्पेक्टर एस एल हुनाशिकट्टी ने उसे रोका और उसका चालान काट दिया. पालकर के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 177 के तहत कार्रवाई की गई, जिसके तहत बिना हेलमेट सवार बाइक चलाने वालों का चालान काटा जाता है.
चालान देख पालकर के भी होश उड़ गए और मामला पुलिस विभाग तक पहुंच गया. लेकिन यहां वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अपने इंस्पेक्टर का बचाव करते ही दिखाई दिए और उन्होंने कार चालक पर धारा 177 के तहत की गई कार्रवाई को सही ठहराया.
पुलिस अधिकारी ने इंस्पेक्टर का साथ देते हुए कहा कि धारा 177 के तहत की गई कार्रवाई सही है क्योंकि इस धार में बिना वैध लाइसेंस गाड़ी चलाने वालों का चालान भी काटा जाता है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि पुलिसकर्मी ने चालान पर गलती से ड्राइविंग विदाउट हेलमेट लिख दिया होगा. उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी से लिखने में ही गलती हुई है वरना कोई भी पुलिस वाला इतना बेवकूफ नहीं होगा कि वो किसी कार ड्राइवर को हेलमेट न पहनने के जुर्म में चालान काटे.