अदरक हमारे घरों में आमतौर पर सब्जियों में मसाले के तौर पर या फिर चाय में स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अदरक इन बातों के साथ साथ आयुर्वेदिक औषधि भी है। अदरक का नियमित सेवन कई तरह की बीमारियों में लाभदायक होता है। तो आइये जानते हैं अदरक के औषधीय गुण और उससे होने वाले फायदे
सांस संबंधी समस्या-
यदि आपको सांस संबंधी समस्या है, तो आपके लिए अदरक असरकारक साबित हो सकता है। यदि यह समस्या एलर्जी के कारण है तो अदरक आपके लिए बहुत उपयोगी है क्योंकि इसमें एंटीहिस्टामाइन गुण होते हैं, जो एलर्जी को ठीक करने में मदद करते हैं। सर्दी-जुकाम जैसी समस्या के लिए अदरक का इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है। अगर आपको गले में खराश जैसी समस्या होती है, तो आप अदरक के रस में शहद मिलाकर खा सकते हैं। इसके अलावा अगर आपकी नाक बंद हो या गला खराब हो, तो अदरक की चाय राहत पहुंचा सकती है।
पाचन में गड़बड़ी-
अदरक पाचन शक्ति मजबूत करने में मददगार है। अदरक के सेवन से पित्त की थैली से पित्त निकालने में मदद मिलती है। इसके अलावा, यह गैस के कारण पेट में होने वाली ऐंठन व दस्त जैसी समस्या से राहत दिलाने में भी मदद करता है।
कैंसर-
कई शोधों में यह बात साबित हुई है कि अदरक कैंसर से बचाने में मदद करता है। अदरक में कैंसररोधी गुण मौजूद हैं, जो महिलाओं को स्तन कैंसर और गर्भाशय कैंसर से बचाते हैं।
जी-मिचलाना-
कैंसर के रोगियों को इलाज के दौरान कीमोथैरेपी दी जाती है। कई रोगियों को इसके कारण जी मिचलाने की समस्या हो जाती है। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इससे जी-मिचलाने की समस्या से राहत मिलती है। कीमोथैरेपी से पहले अगर अदरक का रस लेने से जी-मिचलाने और उल्टी आने की समस्या काफी हद तक कम की जा सकती है। सामान्य रूप से जी-मिचलाने पर भी अदरक राहत देता है।
दर्द निवारक-
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्दनिवारक गुण होते हैं। जिन लोगों को अर्थराइटिस व घुटनों में दर्द जैसी समस्या है, उनके लिए अदरक फायदेमंद हो सकता है। अदरक के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन दूर करने में मदद करते हैं।
मासिक धर्म-
अदरक के औषधीय गुण मासिक धर्म में भी फायदा पहुंचाते हैं। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण प्राकृतिक दर्द निवाकर का काम करते हैं। ऐसे में, मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए अदरक का इस्तेमाल किया जा सकता है।
मासिक धर्मचक्र-
मासिक धर्म की अनियमितता से जूझ रही महिलाएं अदरक का सेवन कर राहत पा सकती हैं। ताजा अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर उन्हें थोड़े से पानी में पांच मिनट गरम करें। इस मिश्रण को पीने से आपको राहत मिलेगी। स्वाद के लिए मिश्रण में चीनी भी मिला सकते हैं।
माइग्रेन-
अदरक का उपयोग माइग्रेन में भी किया जा सकता है। यह रक्त वाहिकाओं में सूजन पैदा करने वाले कारकों को रोकता है। इससे माइग्रेन में राहत मिलती है। माइग्रेन के दर्द में आप अदरक वाली चाय पी सकते हैं। माइग्रेन का दर्द होने पर अदरक का पेस्ट माथे पर लगाने से भी आराम मिलता है।
हृदय रोग-
अदरक हृदय रोगियों के लिए भी काफी फायदेमंद है। इसके नियमित सेवन से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है और खून के थक्के बनने की प्रक्रिया संतुलित होती है। इसके चलते यह दिल का दौरा पड़ने की स्थिति को रोकने में मददगार है।
हाई ब्लडप्रेशर-
अगर आपको हाई ब्लडप्रेशर है तो अदरक की चाय पियें। अदरक के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण ब्लडप्रेशर कम करने में मदद करते हैं।
डायबिटीज-
अदरक रक्त शर्करा को कम करता है, जिससे डायबिटीज से बचाव संभव होता है। डायबिटीज में अदरक के सेवन से इंसुलिन और अन्य दवा का असर बढ़ सकता है। ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए सुबह-सुबह खाली पेट एक गिलास पानी में एक चम्मच अदरक का रस मिलाकर पीने से फायदा हो सकता है।
वजन कम करने में-
अनियमित दिनचर्या और असंतुलित जीवनशैली के चलते मोटापा इन दिनों बहुत बड़ी समस्या बना हुआ है। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तो अदरक आपकी मदद कर सकता है। अदरक को फैट बर्नर माना जाता है, जो न सिर्फ आपका वजन कम करता है, बल्कि अतिरिक्त फैट को भी कम करता है।
इम्यूनिटी बढ़ाने में-
अगर आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है, तो अदरक का सेवन कर आप इसे बढ़ा सकते हैं। कमजोर इम्यूनिटी के कारण व्यक्ति को बीमारियां जल्दी घेर लेती हैं। सर्दी-जुकाम का वह आसानी से शिकार हो जाता है। अदरक के एंटीवायरल गुण ऐसी बीमारियों से बचाव में मदद करते हैं।
अर्थराइटिस-
अदरक के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण अर्थराइटिस यानी गठिया की समस्या से राहत दिलाने में मदद करते हैं। अर्थराइटिस के दर्द में अदरक का इस्तेमाल काफी लंबे समय से होता आया है।
कल बात करेंगे अदरक के कुछ और गुणों की…
(नोट- कोई भी प्रयोग/उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें)