सिंहस्थ महाकुंभ के चौथे स्नान पर्व पर आज देश के कोने – कोने से आए लाखों श्रद्धालुओं ने मोक्षदायिनी पुण्य सलिला क्षिप्रा के घाटों में आस्था की डुबकी लगाई। प्रात:काल से ही त्रिवेणी घाट, गऊघाट, रामघाट एवं दत्त अखाड़ा घाट में लोग बारी-बारी से श्रद्धा की डुबकी लगा कर स्नान पर्व का पुण्य प्राप्त कर रहे थे।
देश के विभिन्न क्षेत्रों से विभिन्न जाति-धर्म, संस्कृति, भाषा-भाषाई वाले लोग पर्व का पुण्य प्राप्त करने अपने परिवार के साथ एक ही लक्ष्य स्नान पर्व में डुबकी लगाने हेतु धुन के साथ बढ़ रहे थे।
पर्व स्नान को दृष्टिगत रखते हुए प्रशासन द्वारा घाटों में चुस्त-दुरुस्त व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की गई थीं। जगह-जगह पर पुलिस एवं स्वयं सेवी संस्थाओं के लोग श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन दे रहे थे। यातायात को व्यवस्थित रखने बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था। आवश्यकतानुसार भीड़ बढ़ने पर मार्ग भी परिवर्तित किए जा रहे थे। इसके साथ ही यात्रियों की सुरक्षा, जेब कतरों की सघन चौकसी तथा घाटों पर स्नान के दौरान डूबने की घटना से बचाव के लिये तैराक दल गश्त कर रहे थे। खोया-पाया केन्द्र के माध्यम से बिछड़े परिवारों को मिलाने का काम भी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सेवाभाव से किया जा रहा था।
अगला स्नानपर्व 17 मई को, तीसरा शाही स्नान 21 मई को
सिंहस्थ महाकुंभ उज्जैन में मोक्षदायिनी क्षिप्रा में स्नान करने के लिये शाही व पर्व स्नान की तिथियाँ तय हैं। सिंहस्थ महापर्व होने के बाद दो शाही स्नान एवं चार स्नानपर्व हो चुके हैं। अगला पाँचवा पर्वस्नान मंगलवार 17 मई को होगा। गुरूवार 19 मई को छठवाँ स्नानपर्व, शुक्रवार 20 मई को सातवाँ स्नानपर्व तथा शनिवार 21 मई को तीसरा शाही/प्रमुख स्नान का लाभ ले सकते हैं।