मोहाली। इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे के अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तानसिंह सोलंकी ने पंजाब के मोहाली के मानव मंगल स्मार्ट स्कूल में दूसरे बेटी सम्मान समारोह में जब आर्थिक व शारीरिक जटिलताओं का दृढ़ता से मुकाबला कर उपलब्धियां हासिल करने वाली 12 युवतियों का सम्मान किया तो सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
डॉ.जीसी मिश्रा मैमोरियल एजुकेशन एवं चैरीटेबल ट्रस्ट तथा मानव मंगल स्मार्ट स्कूल की ओर से आयोजित इस समारोह में पश्चिम कमांड के पूर्व जनरल कमांडिंग आफिसर इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) केजे सिंह, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के फील्ड जनरल मैनेजर ईश्वर सिंह, दैनिक भास्कर के स्टेट हेड दीपक धीमान, अमर उजाला के कार्यकारी संपादक उदय कुमार, मानव मंगल ग्रुप ऑफ स्कूल्स के निदेशक संजय सरदाना और डॉ.जीसी मिश्रा मैमोरियल एजुकेशन एंड चैरीटेबल ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी मयंक मिश्रा भी मौजूद थे।
प्रो.कप्तान सिंह सोलंकी ने समारोह के लिए बधाई देते हुए कहा कि बेटी समाज का मेरूदण्ड हैं क्योंकि बेटी ही मां बनती है। मां के बिना मानव समाज तो क्या संपूर्ण सृष्टि को आगे नहीं चलाया जा सकता है। जो समाज बेटियों को आगे बढ़ने के अवसर नहीं देता है वह कभी भी तरक्की नहीं कर सकता है। उन्होंने सम्मानित हुई प्रत्येक बेटी को अपने स्वैच्छिक कोष से 10-10 हजार रुपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की।
लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) केजे सिंह ने कहा कि बेटियां आज हर क्षेत्र में आगे हैं। कभी सेना में केवल मेडिकल कोर तक ही सीमित रहने वाली बेटियां आज सेना के लगभग हर अंग में दक्षता व साहस से काम कर रही हैं। बेटियों ने ही हाल ही में ओलंपिक व पैरालंपिक में पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया है।
इस समारोह में जिन बेटियों को सम्मानित किया गया उनमें चंडीगढ़ की छात्रा अदिति गोयल, धनास की प्रेरणा व पंचकूला की तोशानी सहगल के अलावा शमीम, पूजा, पायल गुप्ता, रिया गर्ग, वृंदा, विदुषी रावत, अंग्मो चौंजिन, श्वेता अरोड़ा और विनीता भारद्वाज शामिल हैं।
इस मौके पर प्रो. सोलंकी ने जीवन में चुनौतियों का सामना करते हुए बुलंदियों तक पहुंचने वाली आठ शख्सियतों की सफलता की कहानी बताती किताब ‘सपने हुए सच-प्रेरक कथाएं’ का विमोचन भी किया।