हल्‍दी आपके लिए बहुत हेल्‍दी है

हल्दी आमतौर पर हर घर में पाई जाती है। रोजमर्रा के खाने में इसका नियमित रूप से इस्‍तेमाल होता है। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि सब्जियों में इस्‍तेमाल करने के अलावा हल्‍दी में औषधीय गुण भी हैं और इसके सेवन के अन्‍य बहुत सारे फायदे भी हैं। दरअसल हल्दी में प्रोटीन, विटामिन ए, कार्बोहाईड्रेट और मिनरल्स की प्रचुर मात्रा के अलावा एंटी-ऑक्सीडेंट,एंटी-फंगल और एंटीसेप्टिक तत्वों वाले कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। हल्दी न सिर्फ हमें कैंसर, सर्दी-खांसी जैसी बीमारियों से बचाती है बल्कि हमें सेहतमंद बनाए रखने और हमारी खूबसूरती को बढ़ाने में भी बेहद कारगर है।

लीवर के लिए

हल्दी लीवर को डिटॉक्सीफाई करने यानी शरीर के विषैले तत्वों को बाहर निकालने का काम करती हैँ। इसमें पाया जाने वाला करक्यूमिन तत्व गाल ब्लैडर यानी पित्ताशय में पित्त को बढ़ाता है जिससे विषैले जीवाणुओं और बैक्टीरिया को शरीर से बाहर करने में मदद मिलती है।
एलर्जी में

अगर मौसमी एलर्जी या किसी इंफेक्शन की वजह से अचानक आपके बाल झड़ने लगे हैं, तो आप कच्ची हल्दी के रस में चुकंदर की पत्तियों का रस मिलाकर बालों में लगाएं, कुछ ही दिनों में बालों का झड़ना बंद हो जाएगा।

इम्‍यून सिस्‍टम

रोजाना कम से कम 1 ग्राम हल्दी का सेवन करने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इससे मौसमी बीमारियों से लड़ने की शक्ति मिलती है। हल्दी शरीर में टी.बी की बीमारी को बढ़ाने वाले हानिकारक कारकों को खत्म करती है।

मुहांसों के लिए

अगर आपकी त्वचा ऑयली है और बार-बार होने वाले मुहांसे यानि पिंपल्स से परेशानी है, तो गुलाब जल के साथ हल्दी मिलाकर उसका पेस्ट चेहरे पर लगाएं। सूखने पर ठंडे पानी से चेहरा धो लें। सप्ताह में 2-3 बार करने से मुंहासों से छुटकारा मिलेगा।

कैंसर के लिए

हल्दी को आयुर्वेद में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के लिए रामबाण माना गया है। हल्दी एक निश्चित मात्रा में रोजाना सेवन करने से शरीर में मौजूद कैंसर बढ़ाने वाली कोशिकाओं को नष्ट करती है। कैंसर की गांठ और ट्यूमर को कंट्रोल करती है।

जोड़ों का दर्द

सर्दियों में घर के बड़े-बुजुर्ग अक्सर जोड़ों के दर्द से परेशान होते हैं। ऐसे में कच्ची हल्दी के 1 इंच टुकड़े को एक गिलास दूध में उबाल कर रात को सोने से पहले नियमित रूप से पीने से दर्द में आराम मिलता है।

सर्दी जुकाम

अगर आपको मौसम बदलने पर अक्सर सर्दी-जुकाम और कफ की परेशानी का सामना करना पड़ता है, तो आप रोजाना रात को गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीने की आदत बनाएं। कुछ ही दिनों में कफ कम होने लगेगा। क्योंकि हल्दी में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं।

डायबिटीज

हल्दी डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी में भी बेहद फायदेमंद होती है। इसके लिए नियमित रूप से एक चम्मच हल्दी पाउडर को एक गिलास पानी के साथ दिन में दो बार पिएं। डायबिटीज में बार-बार पेशाब की समस्या से छुटकारा मिल जाता है।

दर्द निवारक

आयुर्वेद के मुताबिक, हल्दी प्राकृतिक रूप से दर्द निवारक है। गुम चोट लगने पर घर के बड़े हल्दी वाला दूध पीने की सालह देते हैं। क्योंकि हल्दी में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, यह शरीर में होने वाले दर्द के अलावा सूजन और बहते खून को बहने से रोकती है।

रंगत में निखार

हल्दी में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं। नियमित रुप से दही में मिलाकर चेहरे पर लगाने से त्वचा की रंगत में निखार आने के साथ ही चेहरे की झुर्रियों कम होती हैं। हल्दी को आप एंटी एजिंग उपाय के रुप में इस्तेमाल कर सकते हैं।

मोटापा घटाने में  

हल्दी का गर्म दूध या पानी के साथ सीमित मात्रा या 1 ग्राम प्रतिदिन सेवन करने से मेटाबॉल्जियम ठीक रहता है। इसके साथ ही पेट की चर्बी और मोटापे को घटाने में भी मदद मिलेगी।

प्रसव के बाद

आमतौर पर महिलाएं डिलीवरी के बाद पेट और कमर पर आने वाले स्ट्रैच मार्क्स को हटाने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाती हैं। ऐसे में रोजाना हल्दी को नारियल तेल में मिलाकर स्ट्रैच मार्क्स पर लगाने से उन्‍हें कुछ ही सप्ताह में खत्म करने में मदद मिलेगी।

कोलेस्‍ट्रॉल कंट्रोल

हल्दी दिल की बीमारी के लिए भी बेहद उपयोगी है। इसमें पाया जाने वाला करक्यूमिन तत्व शरीर में खून के थक्के बनने से रोकते हैं। इसके साथ ही यह खराब कोलेस्ट्रॉल को शरीर से बाहर करने में मदद करती है। जिससे दिल पर दबाव कम हो जाता है और वो सुचारु रुप से कार्य कर पाता है।

सनबर्न होने पर

अगर आपकी स्किन सनबर्न की वजह से टैन हो गई है, तो ऐसे में आप रोजाना हल्दी को शहद और एलोवेरा में मिक्स कर वह पेस्ट टैन हो चुकी स्किन पर लगाएं और सूखने पर ठंडे पानी से साफ कर लें।

हल्दी के नुकसान

वैसे तो हल्दी का सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है। लेकिन लीवर संबंधी रोग और किडनी स्टोन में इसका सीमित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए। क्योंकि ज्यादा सेवन करने से समस्या में इजाफा होने का खतरा बढ़ जाता है।

– लगातार ज्यादा हल्दी का सेवन करने से शरीर में आयरन की कमी होने लगती है। जिससे एनीमिया यानी खून की कमी की समस्या हो सकती है।

हल्दी के अधिक सेवन से शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर में असंतुलन उत्पन्न होने लगता है। जिससे शुक्राणुओं की संख्या में कमी हो सकती है।

कैंसर के इलाज में अधिकतर लोग कीमोथेरेपी का सहारा लेते हैं। अगर आप भी कीमोथेरेपी करवा रहे हैं, तो ऐसे में हल्दी का सेवन करने से बचें।

– पीलिया रोग में हल्‍दी का सेवन करना घातक हो सकता है। इससे बचना चाहिए।

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