बलजीत सिंह बेनाम
मोजज़ा अब देखिएगा संग पर
आँसुओं की चोट का होगा असर
दूसरों का घर बसाने के लिए
ख़ुद को हमने कर लिया है दर बदर
याद की पुरवाइयाँ चलने लगीं
और दामन हो गया अश्कों से तर
ज़िन्दगी लम्बी बहुत है छोड़ भी
सिर्फ़ तू वादा निभा ले रात भर
दिल को दूँ झूठी तसल्ली कब तलक़
जी सकूँगा कैसे तुझको भूल कर
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टीम मध्यमत