भोपाल, मई 2013/ प्रदेश के कलेक्टरों को नागरिकों के लिए पेयजल के पर्याप्त प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं। विशेष रुप से बिगड़े हेंड-पम्पों को सुधारने और पेयजल परिवहन की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने को कहा गया। मासिक वीडियो कान्फ्रेंसिंग परख में अपर मुख्य सचिव गृह इंद्रनील शंकर दाणी ने यह निर्देश दिए। परख में अन्य जनहित के मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
परख के दौरान कलेक्टरों और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने पेयजल प्रबंधों की जानकारी दी। पेयजल परिवहन के लिये 17 जिलों के 111 नगरीय निकाय को लगभग 10 करोड़ रुपए की राशि प्रदान की जा चुकी है। बताया गया कि समर्थन मूल्य पर गेहूँ उपार्जन के तहत अब तक करीब 60 लाख टन गेहूँ खरीदा जा चुका है। 14 लाख किसान का पंजीयन किया गया था। चार संभाग में 18 मई और 6 संभाग में 25 मई तक उपार्जन कार्य चलेगा। प्रबंध संचालक राज्य आपूर्ति निगम चंद्रहास दुबे ने आगामी एक जून से सस्ती दरों पर गेहूँ, चावल एवं नमक प्रदाय प्रारंभ किए जाने की तैयारियों की जानकारी दी।
मनरेगा आयुक्त डॉ रविन्द्र पस्तोर ने बताया कि इलेक्ट्रानिक फंड मैनेजमेंट सिस्टम के जरिए ई-मस्टर जारी करने का कार्य प्रगति पर है। एम.डी. मार्कफेड अशोक वर्णवाल ने खाद-बीज व्यवस्था और एडवांस लिफ्टिंग की जानकारी दी।