भोपाल, मई 2013/ मध्यप्रदेश में इस साल भी बाल विवाह रोकने के लिये ऐहतियाती कदम उठाये गये हैं। राज्य सरकार द्वारा बाल विवाह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिये पूरे साल लाड़ो अभियान चलाया जा रहा है। लाड़ो अभियान में एक से दस मई तक ग्राम-स्तर तक कोर-ग्रुप की बैठकें करवाई जा रही हैं। बैठकों के बाद अशासकीय संस्थाओं के प्रतिनिधि क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं।
आयुक्त महिला सशक्तिकरण कल्पना श्रीवास्तव ने समस्त जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी को लाड़ो अभियान की कार्य-योजना के अनुसार कार्रवाई करने को कहा है। अक्षय तृतीया 13 मई को शासकीय एवं अशासकीय संस्थाओं के प्रतिनिधियों तथा अधिकारियों को क्षेत्रों का भ्रमण कर स्थिति पर सतत निगरानी रखने को कहा गया है। क्षेत्र का दौरा कर प्रतिनिधियों को सुनिश्चित करना होगा कि बाल विवाह न होने पाये। जिला कलेक्टरों से भी सभी विभागों से समन्वय कर बाल विवाह रोकने के लिये कहा गया है।