भोपाल, मई 2013/ समाधान ऑनलाइन में एक पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक लाख रूपये की त्वरित सहायता स्वेच्छानुदान से उपलब्ध करायी। उन्होंने कलेक्टरों को निर्देश दिये कि गरीबों को सहायता देने में व्यवहारिक दृष्टिकोण अपनायें। कयी बार विलम्ब से मिली सहायता अर्थहीन हो जाती है।
हरदा जिले के ग्राम गाडरपुर निवासी समोता बाई की मनरेगा में कार्य करते समय खदान में दबने से इसी वर्ष जनवरी में मृत्यु हो गयी थी। पीड़ित परिजनों को 25 हजार रूपये की मुआवजा तो मिला पर कर्मकार संनिर्माण मण्डल में पंजीयन नहीं होने से निर्धारित एक लाख मुआवजा नहीं मिल सका।