मध्यप्रदेश के लिये वर्ष 2012 प्रशासनिक और सुशासन की दृष्टि से उल्लेखनीय रहा है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के प्रेरणादायी और विकासपरक नेतृत्व में प्रदेश में हो रहे लोकहितैषी कार्यों को राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराहा जा रहा है। वर्ष 2012 में प्रदेश की कुछ ऐसी ही प्रशंसा और सराहना इस प्रकार रहीः
- राज्य सड़क विकास निगम द्वारा बीओटी/एन्यूटी मोड में सड़क निर्माण और गुणवत्ता प्रबंधन की एशियन डेव्हलपमेन्ट बैंक ने की सराहना।
- राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण में बेटियों की शिक्षा में मध्यप्रदेश की पहल को अन्य राज्यों के लिये मार्गदर्शी बताया गया।
- राज्य उद्योग सलाहकार परिषद की बैठक में देश के उद्योगपतियों ने की प्रदेश की मुक्त कंठ से सराहना।
- फरवरी 2012 में यूआईडीए और भारतीय खाद्य निगम ने मध्यप्रदेश की गेहूँ उपार्जन व्यवस्थाओं की प्रशंसा की।
- नेशनल ज्यूडीशियल अकादमी में हुई कार्यशाला में विभिन्न प्रदेशों के न्यायाधीशों ने मध्यप्रदेश के लोक अभियोजन कार्य और ई-लायब्रेरी व्यवस्था की प्रशंसा की।
- ई-पेमेंट में मध्यप्रदेश देश में सबसे आगे। मई में भारत सरकार ने की सराहना।
- भारत सरकार की संयुक्त सचिव डॉ. साधना राउत द्वारा वन अधिकार अधिनियम के तहत मध्यप्रदेश में पट्टा वितरण कार्य की प्रशंसा।
- सितम्बर में जयपुर में हुई राष्ट्रीय कार्यशाला में मध्यप्रदेश के गेहूँ उत्पादन की सराहना।
- ब्रिटिश हाई कमिश्नर ने मध्यप्रदेश को समग्र विकास का उदाहरण बताते हुए की सराहना।
- अक्टूबर में मुख्यमंत्री श्री चौहान की अमेरिका यात्रा के दौरान विश्व बैंक अधिकारियों ने श्री चौहान की सकारात्मक विकास दृष्टि की सराहना की।
- मध्यप्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण कार्यों विशेषकर वक्फ संपत्तियों के कम्प्यूटरीकरण की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना।
- केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री जयराम रमेश द्वारा 14 अक्टूबर को इंदौर में निर्मल भारत यात्रा के दौरान मध्यप्रदेश में बेहतर कार्यों की सराहना।