भोपाल, जनवरी 2013/ प्रदेश की नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र की शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं की व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर उन्हें प्राथमिकता के आधार पर गतिशील बनाने के लिये ‘ वी केयर अभियान ’ संचालित किया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं को सुव्यवस्थित बनाने के लिये मुख्य सचिव श्री आर.परशुराम ने आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएँ और मिशन संचालक राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन, समस्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएँ और राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन, क्षेत्रीय संयुक्त संचालक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और अन्य संबंधित विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखा है।
मुख्य सचिव ने अपने पत्र में स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकताओं के आधार पर त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिये हैं। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री प्रवीर कृष्णा ने इन निर्देशों के परिपालन में विभागीय अधिकारियों के लिये कार्य योजना तैयार की है। प्रमुख सचिव ने प्रदेश के विभिन्न स्थानों का भ्रमण कर जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और ग्राम आरोग्य केन्द्रों का भ्रमण किया एवं आम जन के लिये यहाँ उपलब्ध सुविधाओं को सभी के लिये सुलभ बनाने संबंधी निर्देश दिये।
प्रमुख सचिव द्वारा जारी निर्देशों में बताया गया है कि अपने दायित्वों का भली-भाँति निर्वहन करने वाले चिकित्सकों को प्रोत्साहित किया जायेगा। लापरवाह अमले के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। श्री प्रवीर कृष्ण ने अधिकारियों को निरन्तर क्षेत्र में भ्रमण करने और शासन द्वारा संचालित स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा कर कार्य में आने वाली बाधाओं को क्षमतानुसार दूर करने को कहा है। साथ ही राज्य स्तर पर भी सक्षम व्यक्ति को अवगत करवाने को भी कहा।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में शासकीय अस्पतालों से रोगियों के लिये सरदार वल्लभभाई निःशुल्क दवा वितरण योजना से प्रतिदिन लगभग दो लाख व्यक्ति लाभान्वित हो रहे हैं। टीकाकरण कार्य की ग्रामवार समीक्षा की जा रही है। प्रदेश में टीकाकरण से छूटे हुए 25 लाख शिशुओं एवं माताओं को चिन्हित कर एम.सी.टी.एस. साफ्टवेयर में दर्ज किया जा रहा है। टीकाकरण कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है। सभी जिलों में पर्याप्त मात्रा में अतिरिक्त कर्मचारियों को तैनात कर कार्य करवाया जा रहा है। विभाग की अन्य योजनाओं जैसे परिवार कल्याण कार्यक्रम, सम्पर्क सेतु योजना, संजीवनी-108 और राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना आदि की समीक्षा भी की जा रही हैं। अभियान केजिला प्रभारी माह जनवरी में दो बार एवं माह फरवरी में दो बार भ्रमण कर प्राथमिकता के आधार पर अभियान को गति देंगे।