नई दिल्ली/ सुप्रीम कोर्ट के दूसरे सबसे वरिष्ठ जज एनवी रमना देश के अगले प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) हो सकते हैं। मौजूदा प्रधान न्यायाधीश एसए बोबड़े ने अपने उत्तराधिकारी के तौर पर जस्टिस रमना के नाम की सिफारिश की है। वर्तमान सीजेआई बोबड़े 23 अप्रैल को रिटायर हो रहे हैं। केंद्र सरकार यदि प्रधान न्यायाधीश बोबड़े की सिफारिश मान लेती है, तो जस्टिस रमना 24 अप्रैल को राष्ट्रपति से पद की शपथ लेंगे।
न्यायमूर्ति रमना देश के 48वें प्रधान न्यायाधीश होंगे। सूत्रों के मुताबिक प्रधान न्यायाधीश ने न्यायमूर्ति रमना के वरिष्ठता क्रम में सबसे सीनियर होने के आधार पर अपने उत्तराधिकारी के रूप में उनके नाम की सिफारिश की है। इसकी सूचना जस्टिस रमना को भी भेजी गई है।
सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश की नियुक्ति संबंधी नियमों के मुताबिक, वर्तमान प्रधान न्यायाधीश अपनी सेवानिवृत्ति के पहले, अपने उत्तराधिकारी को लेकर सरकार को एक सिफारिश भेजते हैं। सब कुछ सामान्य रहा तो न्यायमूर्ति रमना 24 अप्रैल को भारत के मुख्य न्यायाधीश का पद संभाल सकते हैं। वे करीब 16 माह पद पर रहेंगे और 26 अगस्त 2022 में सेवानिवृत्त होंगे।