स्वच्छ,सुरक्षित और कनेक्टेड सिंहस्थ में एयरटेल ने निभाई सामाजिक जिम्मेदारी
भोपाल, मई 2016/ इन दिनों देश की सारी टेलीकॉम कंपनियां अपने ट्रैफिक की संख्या और स्पीड बढ़ाने में जी जान लगा रही हैं। ऐसे माहौल में यदि कोई दिग्गज टेलीकॉम कंपनी ट्रैफिक रोकने के लिए बेरिकेड्स बनवाए तो प्रतिस्पर्धी कंपनियों के साथ साथ लोगों का भी हैरान होना स्वाभाविक है। लीक से हटकर यह काम किया है भारत की जानी मानी टेलीकॉम कंपनी एयरटेल ने।
चौंकिए मत! एयरटेल ने यह काम अपना दूरसंचार ट्रैफिक रोकने के लिए नहीं, बल्कि सड़क का ट्रैफिक रोकने के लिए किया है। उसकी यह पहल इन दिनों उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ महाकुंभ के दौरान पुलिस को यातायात प्रबंधन के लिए बड़ी काम आ रही है।
दरअसल एयरटेल ने सिंहस्थ के दौरान उज्जैन में आने वाले वाहनों की भारी भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को 250 से ज्यादा ट्रैफिक बेरिकेड्स दिए हैं। ये बेरिकेड्स भारी भीड़ को नियंत्रित करने के साथ साथ यातायात प्रबंधन में पुलिस के मददगार बने हुए हैं। सिंहस्थ के दौरान उज्जैन पहुंचने वाले लोगों को जानकारी देने के लिए कंपनी ने इंदौर से उज्जैन के बीच की 50 किमी की दूरी में 100 से अधिक साइनेज लगाए गए हैं। इन पर रास्ते में पड़ने वाली पंचायतों की जानकारी के अलावा करीबी पुलिस स्टेशन और इमरजेंसी टेलीफोन नंबर की जानकारी भी दी गई है। रास्ते में महत्वपूर्ण सामाजिक संदेश देने के लिए एयरटेल की ओर से 20 हजार वर्गफुट की दीवारों को रंगा गया है।
एयरटेल की ओर से पवित्र क्षिप्रा नदी के घाटों को सुंदर बनाने का काम भी करवाया गया है। इसके अंतर्गत सभी प्रमुख घाटों जैसे त्रिवेणी घाट, गऊ घाट, सिद्धवट घाट और मंगलनाथ घाट की दीवारों पर पौराणिक व प्रासंगिक चित्रकारी करवाई गई है। चटख रंगों में की गई इस चित्रकारी ने घाटों का सौंदर्य ही बदल दिया है। ये चित्र उच्च शिक्षा विभाग के सहयोग से चित्रित करवाए गए हैं। इनमें पौराणिक कथाओं से लेकर ‘स्वच्छ सिंहस्थ’ तक का संदेश दिया गया है।
पूरे मेले के दौरान एयरटेल ने उपभोक्ताओं को बेहतर नेटवर्क के साथ सेवा देने के लिए अनेक विशेष प्रबंध किए। अटूट कनेक्टिविटी के लिए उज्जैन शहर में सभी 72 टावरों की क्षमता बढ़ाई गई। ग्राहक सेवा के साथ वॉइस, इंटरनेट और रोमिंग रिचार्ज जैसी मांग पूरी करने के लिए विशेष टीमें तैनात की गईं। इन सुविधाओं का परिणाम यह रहा कि एयरटेल के उपभोक्ता हर परिस्थिति में अपने स्वजनों के संपर्क में रह सके।