नई दिल्‍ली, मई 2016/ राज्यसभा की 57 सीटों के लिए होने वाले द्विवार्षिक चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा को तीन सीटों का लाभ होने और विपक्षी कांग्रेस को छह सीटों का नुकसान होने की संभावना है। इस बदलाव के बाद भी उच्च सदन में कांग्रेस सबसे बड़े दल के रूप में बनी रहेगी। लेकिन उसके और भाजपा के बीच अंतर मौजूदा 15 सीटों की बजाय मात्र छह सीटों का रह जाएगा। मध्‍यप्रदेश से तीन सीटें खाली हो रही हैं। इनमे से दो भाजपा के सदस्‍यों अनिल माधव दवे और चंदन मित्रा तथा एक कांग्रेस सदस्‍य डॉ. विजयलक्ष्‍मी साधो की हैं।

इस चुनाव में सबसे ज्यादा चार सीटों का लाभ सपा को होगा, जबकि बसपा को तीन सीटों का घाटा रहेगा। तमिलनाडु की स्थिति 19 मई को आने वाले विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद स्पष्ट होगी। राज्यसभा की जिन 57 सीटों पर चुनाव होना है उनमें 14-14 सीटें भाजपा और कांग्रेस से जुड़ी हैं, जबकि छह सदस्य बसपा, पांच जदयू और तीन-तीन सपा, बीजद व अन्नाद्रमुक से हैं। दो-दो सदस्य द्रमुक, राकांपा और तेदेपा से हैं, जबकि एक सदस्य शिवसेना का है। माल्या एक निर्दलीय सदस्य थे जिन्होंने 5 मई को इस्तीफा दे दिया।

मोदी सरकार के छह मंत्रियों भाजपा के एम़ वेंकैया नायडू (कर्नाटक), चौधरी वीरेंद्र सिंह (हरियाणा), सुरेश प्रभु (हरियाणा), निर्मला सीतारमण (आंध्र प्रदेश), पीयूष गोयल (महाराष्ट्र) और मुख्तार अब्बास नकवी(उत्तर प्रदेश)और तेलुगू देशम के वाई.एस. चौधरी का मौजूदा कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है। यह सभी संबंधित राज्यों से राज्यसभा में वापस आ सकते हैं।

राजस्थान में भाजपा को चार सीटें

इन चुनावों में भाजपा के 14 सांसद सेवानिवृत्त हो रहे है, जबिक उसे 17 सीटें मिलने की संभावना है। भाजपा को महाराष्ट्र में तीन, राजस्थान में सभी चार, उत्तर प्रदेश में एक, बिहार में एक, झारखंड में एक, हरियाणा में दो, आंध्र प्रदेश में एक, कर्नाटक में एक, छत्तीसगढ़ में एक, मध्य प्रदेश में दो सीटें मिलने की संभावना है। भाजपा को कर्नाटक व उत्तराखंड में एक-एक सीट का नुकसान हो सकता है।

उत्तर प्रदेश में बसपा घटेगी

उत्तर प्रदेश की दलीय स्थिति में सपा के खाते में सात, बसपा को तीन व भाजपा को एक सीट मिल सकती है। यहां से कांग्रेस की एक सीट खाली हो रही है लेकिन उसे इसे हासिल करने के लिए सपा या बसपा की मदद लेनी होगी और उस स्थिति में उन दलों की एक सीट कम होगी। भाजपा से यहां पर सेवानिवृत हो रहे केंद्रीय संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी फिर से चुन कर आ सकते हैं। उत्तराखंड में भाजपा के तरुण विजय की एक सीट खाली हो रही है जो इस बार कांग्रेस के हिस्से में जाएगी।

बिहार में जदयू को होगा नुकसान

बिहार में सभी पांच सीटें जदयू की खाली हो रही हैं, लेकिन इस बार उसे दो, राजद को दो व भाजपा को एक सीट मिलेगी। जद (यू) नेता शरद यादव फिर चुन कर आ सकते हैं। भाजपा की एक सीट के लिए शाहनवाज हुसैन की दावेदारी हो सकती है। झारखंड में भाजपा व कांग्रेस के खाते में एक एक सीट आएगी। भाजपा से एम जे अकबर फिर से चुने जा सकते हैं।

किस राज्य में कितनी सीटें

राज्यसभा से सेवानिवृत हो रहे सबसे अधिक 11 सदस्य उत्तर प्रदेश से हैं, वहीं छह-छह सदस्य तमिलनाडु व महाराष्ट्र से हैं। बिहार से पांच सीटों पर चुनाव कराए जाएंगे, जबकि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से चार-चार सीटों पर चुनाव होंगे। वहीं मध्य प्रदेश और ओडिशा से तीन-तीन सीटों, हरियाणा, झारखंड, पंजाब, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना से दो-दो सीटों और उत्तराखंड से एक सीट पर चुनाव होने हैं।

11 जून को होंगे चुनाव

राज्यसभा की 57 सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव 11 जून को कराए जाएंगे। इसमें शराब कारोबारी विजय माल्या की एक सीट भी शामिल है। राजस्थान और कर्नाटक से एक एक सीट क्रमश: आनंद शर्मा कांग्रेस और विजय माल्या निर्दलीय द्वारा खाली की गई है। इनके लिए भी चुनाव कराए जाएंगे। इसलिए कुल 57 सीटों पर चुनाव होगा। इन चुनावों के लिए अधिसूचना 24 मई को जारी की जाएगी।

चुनाव कार्यक्रम

अधिसूचना : 24 मई, नामांकन 31 मई, जांच 1 जून, नाम वापसी 3 जून

मतदान :11 जून (सुबह 9 बजे से सायं 4 बजे)

मतगणना :11 जून पांच बजे

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