भोपाल, अक्टूबर 2015/ सूखा प्रभावित क्षेत्रों में नुक्सान हुई फसलों का‍जायजा लेने और प्रभावित किसानों से चर्चा करने मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के निर्देश पर भारतीय प्रशासनिक पुलिस और वन सेवा के अधिकारी आज गाँवों में पहुँचे।

होशंगाबाद जिले में मुख्य सचिव

मुख्य सचिव श्री अन्टोनी डिसा ने आज होशंगाबाद जिले के सोहागपुर विकास खण्ड के चार गाँव का भ्रमण कर फसलों को हुए नुक्सान की जानकारी ली। मुख्य सचिव ने ग्राम करनपुर, बरेली, काजलखेड़ी और दीगवाड़ा का भ्रमण किया। मुख्य सचिव इन सभी गाँव में सूखा प्रभावित किसानों की चौपाल लगाई और फसलों को हुए नुक्सान की जानकारी प्राप्त की। श्री डिसा ने किसनों को राज्य सरकार द्वारा क्षति ग्रस्त फसलों के सर्वे और उसके बाद दी जाने वाली राहत राशि की ब्योरेवार जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार ने किसानों और फसलों को हुए नुक्सान को पूरी गंभीरता से लिया है। राज्य शासन द्वारा किसानों के कर्ज की वसूली स्थगित करने, कर्ज की स्थगन अवधि में लगने वाले ब्याज की सरकार द्वारा भरपाई, अस्थायी कनेक्शन शुल्क में कमी आदि अनेक फैसलों की जानकारी मुख्य सचिव ने किसानों को दी। उन्होंने राजस्व अमले को भी पूरी निष्पक्षता से फसल कटाई प्रयोग कार्यक्रम और फसल नुक्सानी का सर्वे जल्दी से कर राहत राशि वितरण करने को कहा।

श्री डिसा ने दोपहर 2 बजे से रात्रि 8 बजे तक के अपने भ्रमण में सभी चार गाँव में किसानों को भरोसा दिलाया कि संकट की इस घड़ी में मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व में राज्य सरकार किसानों के साथ खड़ी है। मुख्य सचिव सोमवार को होशंगाबाद जिले के पिपरिया विकास खण्ड के 8-10 गाँव का भ्रमण कर वहाँ किसानों की चौपाल लगायेगे। श्री डिसा प्रात: 9 बजे से भ्रमण पर निकलेगें।

जबलपुर

जनसंपर्क आयुक्त श्री अनुपम राजन ने सूखे से फसलों को हुए नुकसान का जायजा लेने पनागर विकासखण्ड के ग्राम केवलारी, उमरिया पठरा, महगंवा टगर, डोंगर बडेरा, पिपरिया का दौरा किया। उन्होंने इन स्थानों पर खरीफ की फसल को कम वर्षा से हुए नुकसान पर विचार-विमर्श के साथ किसानों से रबी फसलों की तैयारी के लिये बीज, खाद और सिंचाई जैसे उपलब्ध संसाधनों की जानकारी भी ली। श्री राजन ने कम पानी में रबी की ज्यादा पैदावार कैसे लेने संबंधी सुझाव भी किसानों को दिये। श्री राजन ने सहकारी समितियों से खाद-बीज के भण्डारण एवं वितरण की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं, खाद्यान्न वितरण की स्थिति पर भी किसानों से चर्चा की। उन्होंने फसलों को हुए नुकसान का सर्वे का काम शीघ्र पूरा करने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिये ।

जनसंपर्क आयुक्त को किसानों द्वारा उमरिया पठरा एवं बडेरा तालाब में बरगी नहर से पानी भरने का सुझाव भी दिया गया। किसानों ने कहा कि इससे क्षेत्र की लगभग 2700 हेक्टेयर जमीन की सिंचाई हो सकेगी। किसानों ने मनरेगा से तालाब गहरीकरण एवं मेढ़ बंधान के कार्य कराने के सुझाव भी दिये ।

भारतीय वन सेवा के अधिकारी श्री वाय. सत्यम ने शहपुरा के ग्राम सिहोदा, मंगरमुंहा, रामघाट पिपरिया व खिरकाखेड़ा का दौरा किया। कृषकों ने अवर्षा से फसलों के हुए नुकसान तथा सोयाबीन में रोगों से हानि की बात रखी। श्री सत्यम ने विकल्प के रूप में चना और मसूर की फसल जो कम वर्षा में हो सकती हैं, अपनाने की सलाह दी ।

रायसेन

रायसेन जिले के साँची एवं औबेदुल्लागंज विकासखंड का भ्रमण अपर मुख्य सचिव श्री एपी श्रीवास्तव तथा उदयपुरा एवं बरेली विकासखण्ड का भ्रमण प्रमुख सचिव श्री सतीश चन्द्र मिश्रा ने किया। भारतीय पुलिस सेवा की श्रीमती अनुराधा शंकर ने बेगमगंज विकासखंड और भारतीय वन सेवा के श्री अतुल श्रीवास्तव ने सिलवानी विकासखण्ड का दौरा किया। सभी अधिकारी ने ग्रामवासियों से अवर्षा तथा कृषि के साथ ही सरकार की विभिन्न योजनाओं, सुविधाओं तथा सेवाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की।

अशोक नगर

चंदेरी एवं अशोक नगर विकासखंड का दौरा सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्रीमती सूरज डामोर तथा मुंगावली एवं ईसागढ़ विकासखंड का भ्रमण मुख्य वन संरक्षक श्री विवेक जैन ने किया। अधिकारियों ने खरीफ फसलों की स्थिति के अनुमान, रबी के लिए सिंचाई, बीज, खाद और बिजली की उपलब्धता और किसान क्रेडिट कार्ड, पेयजल स्रोत, रोजगार की जरूरत और उपलब्धता, फसल बीमा, मनरेगा में मजदूरी की राशि के भुगतान की स्थिति, सार्वजनिक वितरण प्रणाली में मिल रही सुविधाएँ और हितग्राहीमूलक योजनाओं जैसे वृद्धावस्था, नि:शक्तजन और विधवा पेंशन के संबंध में ग्रामवासियों से चर्चा की। साथ ही शिक्षा व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी भी प्राप्त की।

शिवपुरी

भारतीय प्रशासनिक सेवा के श्री एम.के. सिंह ने पहले दिन कोलारस तहसील के कुलवारा, डेहरवारा, खैरोना एवं सुजवाया गाँवों का भ्रमण कर किसानों से कृषक चौपाल के माध्यम से खरीफ फसलों के नुकसान के कारणों की जानकारी ली। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री ए.पी. सिंह ने करैरा तहसील के राजगढ़, अमोलपठा, परागढ़, जयनगर, सिरसोद, सिलानगर पहुँचकर सूखे की चपेट में आए किसानों की फसलों की जानकारी लेकर चर्चा की। उन्होंने ग्रामीणों से रोजगार की स्थिति पर भी चर्चा की। सिलानगर के नागरिकों की बिजली समस्या के निराकरण के लिये शिविर लगाने के भी निर्देश दिए।

भारतीय वन सेवा के अधिकारी श्री गिरधर राव ने पिछोर तहसील के नावली, चंद्रावली, खोड़, खेरवास में कृषकों से चर्चा कर सूखे की स्थिति, पेयजल, स्वास्थ्य, पीडीएस, विद्युत आपूर्ति पर चर्चा की। भारतीय वन सेवा के श्री एस.के. मण्डल ने पोहरी तहसील के घटाई, पिपरघार, हिनौतिया, खरवाया पहुँचकर कृषकों से चर्चा कर रबी फसल की तैयारियों की जानकारी ली।

एक निलंबित, एक माह का वेतन नहीं

अधिकारियों के भ्रमण के दौरान ग्रामीणों की शिकायत पर प्राथमिक विद्यालय राजगढ़ की सहायक अध्यापिका श्रीमती ज्योति माहौर को निलंबित और रोजगार सहायक श्रीमती नीरज परिहार द्वारा अनुसूचित जाति एवं जनजाति के परिवारों को रोजगार मित्र पर्ची उपलब्ध न करवाने के आरोप में एक माह का वेतन काटने के निर्देश दिए।

गुना

पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक आयुक्त उर्मिल मिश्रा ने विकासखण्ड आरोन के ग्राम भदौरा, देहरीखुर्द, देवरी, अमोदा, रामपुर, पारूआ, गेहूँखेड़ा और हिनोतिया का भ्रमण किया। आयुक्त खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति नीलम शमी राव ने विकासखण्ड राघौगढ़ की तहसील मक्सूदनगढ़ के ग्राम उकावद, बेरवास, बाँसखेड़ी, नलखेड़ा, मालेयाखेड़ी, बुडना, धीनाखेड़ी का भ्रमण कर जानकारी ली।

मुरैना

परिवहन आयुक्त श्री शैलेन्द्र श्रीवास्तव ने जौरा और पहाड़गढ़ विकासखण्ड के उम्मेदगढ बांसी, चैना, मुंद्रावजा, गुडहेरी, हारगांगोली आदि गाँव में पहुँचकर किसानों की चौपाल लगाई। उन्होंने खेतों में फसल के नुकसान को देखा। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री सुशोभन बनर्जी ने कैलारस और सबलगढ़ विकासखण्ड के दीपैहरा, चमरगवां, कुर्रोली, निरार, बेहरारा जागीर, रजपुरा जागी गाँव में किसानों से बात की।

खंडवा

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्रीमती गौरी सिंह ने छैगांवमाखन, बोरगांव खुर्द, सिरपुर, बावड़िया काजी व पांझरिया का दौरा किया। उन्होंने इस दौरान गाँव की चौपाल पर किसानों से कम वर्षा के कारण हुई फसल की क्षति की जानकारी ली। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री विजय कटारिया ने पुनासा क्षेत्र के ग्राम कोठी, भोगांवा, पिपलानी, नर्मदानगर व उदयपुरा गाँवों का दौरा कर किसानों से चर्चा की।

पुलिस महानिरीक्षक श्री वरूण कपूर ने ग्राम पिपलौद खास, बलवाड़ा, सेमलिया, गुड़ीखेड़ा और सिंगोट का दौरा कर चौपाल पर किसानों से चर्चा कर फसल उत्पादन और फसल क्षति की जानकारी ली।

बैतूल

उद्योग आयुक्त श्री बी.एल. कान्ताराव शाहपुर विकासखण्ड के ग्राम दौड़ी पहुँचे। ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती अलका उपाध्याय ने बैतूल विकासखण्ड के ग्राम साकादेही, लापाझिरी एवं रोंढा में चौपाल लगाकर ग्रामीणों से चर्चा की। श्रीमती उपाध्याय ने ग्राम साकादेही में निर्मित मुख्यमंत्री आवास योजना के आवासों का अवलोकन भी किया। अतिरिक्त प्रधान वन संरक्षक श्री जे.के. मोहन्ती ने मुलताई विकासखण्ड के जौलखेड़ा, मोहरखेड़ा, भिलाई एवं सांईंखेड़ा का भ्रमण किया। अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री शरद गौर प्रभातपट्टन विकासखंड के मंगोना, प्रभातपट्टन एवं तिवरखेड़ पहुँचे। वन संरक्षक अनुसंधान एवं विस्तार श्री आर.एस. सिकरवार ने आठनेर विकासखण्ड के ग्राम हिडली एवं जावरा में चौपाल लगाकर ग्रामीणों से चर्चा की।

नीमच

आयुक्त खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति डॉ. मनोहर अगनानी ने ग्रामा जवासा, लसुंडी तंवर, सिरखेड़ा में ग्राम चौपाल पर ग्रामीणों और किसानों से चर्चा की।

झाबुआ

आयुक्त आदिवासी विकास श्री जे.एन. मालपानी ने मेघनगर ब्लाक के ग्राम अगराल, फुटतालाब, तलावली, गोपालपुरा एवं सजेली नानिया साथ का भ्रमण किया एवं किसानों से चर्चा कर समस्याएँ जानी।

आईएफएस श्री संजय मोहर्रिर ने राम ब्लाक के ग्राम महुडीपाड़ा, झुकका एवं कलमोड़ा का भ्रमण कर वस्तुस्थिति जानी एवं किसानों से चर्चा कर सूखे से उत्पन्न समस्याएँ पूछी।

हरदा

अपर मुख्य सचिव श्री पी.सी.मीणा ने हंडिया तहसील के ग्राम सिगोन में किसानों से रू-ब-रू होकर उनकी समस्याओं को जाना। उन्होंने किसानों से कहा कि मिट्टी का परीक्षण नितांत आवश्यक है। इससे जमीन की उर्वरक क्षमता का पता चलता है।

अनूपपुर

सचिव माध्यमिक शिक्षा मण्डल श्री धनंजय सिंह भदौरिया द्वारा जिले में अवर्षा के कारण उत्पन्न सूखे की स्थिति तथा सूखे का खरीफ एवं रबी फसलों पर पड़ने वाले प्रभाव, पेयजल संकट, फसल बीमा योजना तथा रबी आदान व्यवस्था की विस्तार से चर्चा की गई।

उमरिया

स्वास्थ्य आयुक्त श्री पंकज अग्रवाल ने उमरिया जिले के करकेली विकासखण्ड के गाँव में सूखे से प्रभावित फसलों का जायजा लिया। मजमानी कला के भ्रमण के दौरान रामदयाल महार के आवेदन पर उनकी रीड़ की हड्डी का ईलाज राज्य बीमारी सहायता निधि से करवाने का आश्वासन दिया गया।

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