भोपाल, अक्टूबर 2015/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जापान यात्रा के तीसरे दिन टोक्यो में जापान के उप प्रधानमंत्री तारो आसो से मुलाकात की और उनसे जापान और भारत के बीच अधिकाधिक व्यापारिक सहयोग का आग्रह किया। इससे द्विपक्षीय व्यापार को प्रोत्साहन मिलेगा। श्री आसो ने बताया कि जापान के छोटे और मध्यम उद्यम बड़ी संख्या में भारत में निवेश में उत्साहित है। श्री चौहान ने श्री तारो आसो को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट -2016 के लिए आमंत्रित किया।
मुख्यमंत्री ने भारत-जापान व्यापार सहयोग समिति की 40 वीं संयुक्त बैठक को संबोधित करते जापान के संभावित निवेशकों और लोगों को मध्यप्रदेश आमंत्रित किया। श्री चौहान ने कई महत्वपूर्ण बैठकों में भाग लिया। प्रसिद्ध कंपनियों के प्रमुखों से मुलाकात की और निवेश संभावनाओं और योजनाओं के संबंध में उपयोगी विचार-विमर्श किया।
श्री चौहान ने राज्य में कम लागत की आवासीय इकाइयों और सेनिटेशन के संबंध में लिक्सिर कारपोरेशन के उपाध्यक्ष रुइचि कवामोटो के साथ विचार-विमर्श करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में अगले तीन साल में 15 लाख सर्वसुविधायुक्त आवासीय इकाइयों का निर्माण किया जायेगा। सीवेज सिस्टम भी विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने मायेकावा मेन्यूफेक्चरिंग के अध्यक्ष श्री तनाका से मुलाकात की और प्याज, आलू और मछलियों के वैज्ञानिक भण्डारण के लिए कोल्ड स्टोरेज की स्थापना की संभावनाओं पर चर्चा की।
फ़ूजी इलेक्ट्रिक के कार्यकारी उपाध्यक्ष याशिको ओकुनो के साथ सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा की और बिजली उपकरणों के उत्पादन के क्षेत्र में सहयोग के लिए आमंत्रित किया। साथ ही स्मार्ट शहरों के लिए भी प्रौद्योगिकी उपलब्ध करवाने में सहयोग का आग्रह किया।
केबल निर्माण क्षेत्र में निवेश के बारे में फुरूकावा इलेक्ट्रिक के शीर्ष अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया। अधिकारियों ने बताया कि कंपनी मध्य प्रदेश में संयुक्त रूप से केबल उत्पादन की संभावनाओं के अध्ययन की योजना बना रही है।
इलेक्ट्रॉनिक निर्माता कंपनी एनआईडीसीई कारपोरेशन के शीर्ष अधिकारियों से चर्चा में बताया कि जापान के निवेशकों के लिए विशेष क्लस्टर धार जिले में पीथमपुर में स्थापित किया जाएगा।
मिजुहो बैंक के अधिकारियों से मुलाकात कर उन्हें मध्य प्रदेश में अपनी शाखा खोलने के लिए आमंत्रित किया। अक्षय ऊर्जा के विकास की संभावनाओं पर सॉफ्ट बैंक के सीईओ मासायोशी सोन के साथ चर्चा में इस क्षेत्र में निवेश की असीम संभावनाओं को रेखांकित किया। सॉफ्टबैंक ने मध्यप्रदेश के कुल अक्षय ऊर्जा उत्पादन के लक्ष्य का 40% तक पूरा करने में सहयोग के लिए रुचि दिखाई।
मुख्यमंत्री ने पवन ऊर्जा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश के साथ सहयोग करने के लिए नवकरणीय ऊर्जा और औद्योगिक प्रौद्योगिकी विकास संगठन (एनईडीओ) को भी आमंत्रित किया। इस क्षेत्र में निवेश और विस्तार की अपार संभावनाओं से एनईडीओ को अवगत करवाया। एनईडीओ अधिकारियों ने मध्य प्रदेश के साथ सहयोग करने और औद्योगिक प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने की इच्छा व्यक्त की। यह पहले से ही राज्य में काम कर रही जापानी कंपनियों को सहयोग करेगी।
श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा द्वारा की गई सकारात्मक पहल से भारत के बारे में निवेशकों की धारणा बदली है। भारत अब अनिर्णय और निराशा के अंधेरे से बाहर आ गया है। श्री मोदी के नेतृत्व में भारत विदेशी पूँजी निवेश के आदर्श स्थल के रूप में उभरा है।