भोपाल, सितम्बर 2015/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 10वाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन विश्व स्तरीय भव्य आयोजन होगा। इसके लिए केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर प्रयास कर रही है। आयोजन संबंधी व्यवस्थाएँ त्रुटि रहित और सुचारू हो, इसके व्यापक स्तर पर प्रयास किये गए हैं। आज दुनिया में हिन्दी का महत्व बढ़ रहा है। अन्य देशों के लोग हिन्दी सीख रहे हैं। ऐसे समय में भोपाल में सम्मेलन का आयोजन हिन्दी के लोकव्यापीकरण का माध्यम बनेगा।

मुख्यमंत्री ने यह बात यहाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन की तैयारियों के अवलोकन के दौरान कही। उन्होंने आयोजन संबंधी व्यवस्थाओं की समीक्षा की। अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये। इस अवसर पर प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष अनिल माधव दवे, सांसद आलोक संजर, मुख्य सचिव अंटोनी डि सा और महानिदेशक पुलिस सुरेन्द्र सिंह मौजूद थे।

श्री चौहान ने कहा कि भोपाल का सौभाग्य है कि भारत में 32 वर्षों के अंतराल में होने वाले विश्व हिन्दी सम्मेलन की मेजबानी का अवसर उसे मिला है। यह भारत में होने वाला तीसरा सम्मेलन है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सम्मेलन के उदघाटन सत्र को संबोधित करेंगे। विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज पूरे समय सम्मेलन में उपस्थित रहेंगी। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी सम्मेलन में शामिल होंगे। समापन सत्र में प्रसिद्ध कलाकार अमिताभ बच्चन का उदबोधन होगा। देश-विदेश से हिन्दी के उदभट विद्वान सम्मेलन में शामिल होंगे। करीब 5 हजार विद्वान उदघाटन एवं समापन सत्र में शामिल रहेंगे। सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी भाग लेंगे। सम्मेलन अवधि 10 से 12 सितम्बर के दौरान 2 हजार से अधिक विद्वान निरंतर तीन दिन तक हिन्दी के प्रसार के 16 आयामों पर चर्चा करेंगे। हिन्दी में बाल साहित्य, प्रशासनिक कार्य और हिन्दी में प्रौद्योगिकी विषयों का शिक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों के समानांतर सत्र आयोजित होंगे। सम्मेलन का विचार मंथन हिन्दी के विकास के व्यावहारिक अवरोधों को दूर करने में सहायक  प्रयासों का मार्ग प्रशस्त करेगा।

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