भोपाल, सितम्बर 2015/ प्रदेश की शासकीय आई.टी.आई. की अधोसंरचना में सुधार एवं तकनीकी शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिये एशियन विकास बैंक द्वारा 150 मिलियन डॉलर (लगभग 993 करोड़ रुपये) की ऋण सहायता दी जायेगी। राज्य सरकार का हिस्सा 90 मिलियन डॉलर (596 करोड़ रुपये) का होगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने बताया है कि इस राशि से उद्योगों की माँग अनुरूप पाठ्यक्रम डिजाइन कर अधिक से अधिक युवा को प्रशिक्षित किया जायेगा।
श्री गुप्ता ने बताया है कि इससे मल्टी-स्किल डेव्हलपमेंट सेंटर, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और आई.टी.आई. को सुदृढ़ किया जायेगा। इस प्रोजेक्ट का मुख्य लक्ष्य अकुशल तथा बेरोजगार युवाओं और महिलाओं को प्रशिक्षित करना है। आदिवासी क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। प्रोजेक्ट की अवधि 5 साल है।
प्रोजेक्ट में 10 संभागीय मुख्यालयों पर स्थित आई.टी.आई. को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जायेगा। जिला मुख्यालय की आई.टी.आई. को मॉडल आई.टी.आई. के रूप में विकसित किया जायेगा। आर्थिक रूप से विकसित क्षेत्रों में 7 नये मल्टी-स्किल डेव्हलपमेंट सेंटर खोले जायेंगे। भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और इंदौर के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में सभी ट्रेड खोले जायेंगे। मॉडल आई.टी.आई. में स्मार्ट क्लास-रूम, डिजिटल लायब्रेरी और मल्टी मीडिया सेंटर बनाये जायेंगे। प्रशिक्षकों के लिये 3 माह की इंटर्नशिप जरूरी होगी। मल्टी-स्किल डेव्हलपमेंट सेंटर स्किलिंग हब-कम-प्रोडक्शन सेंटर के रूप में काम करेंगे।