भोपाल, अगस्त 2015/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये हैं कि विश्व हिन्दी सम्मेलन के गरिमापूर्ण आयोजन की सभी तैयारियाँ समय से पूरी की जायें। विश्व हिन्दी सम्मेलन भोपाल में आगामी 10 से 12 सितंबर के बीच होगा। मुख्यमंत्री यहाँ इस प्रतिष्ठापूर्ण सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा बैठक ली।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व हिन्दी सम्मेलन के मद्देनजर भोपाल में सभी सूचना-पट्ट और संकेतक हिन्दी में भी रहें इसके लिये जन अभियान चलाया जायेगा। इसमें मुख्यमंत्री स्वयं तथा जन-प्रतिनिधि व्यवसायियों से अनुरोध करेंगे कि दुकानों तथा संस्थानों में साइन बोर्ड हिन्दी में रहें। यह अभियान आगामी 25 अगस्त से 5 सितंबर तक चलेगा। साथ ही भोपाल शहर को सुंदर और सुव्यवस्थित करने की मुहिम भी चलेगी।
श्री चौहान ने बैठक में सम्मेलन की तैयारियों की बिंदुवार समीक्षा की। कहा कि सम्मेलन के माध्यम से सकारात्मक संदेश जाये। इसके माध्यम से मध्यप्रदेश की विशिष्टताओं की जानकारी अतिथियों को मिले। सभी विभागों की वेबसाइट हिन्दी में भी हो। देश-विदेश से आने वाले अतिथियों के लिये सुव्यवस्थित प्रबंध किये जायें। उन्होंने आवास, परिवहन, संस्कृति, पर्यटन आदि व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
बैठक में बताया गया कि सम्मेलन में चालीस हिन्दी विद्वान का सम्मान भी किया जायेगा। विशिष्ट अतिथियों और प्रतिभागियों के लिये संपर्क अधिकारियों के रूप में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को नियुक्त किया जायेगा। सम्मेलन के पहले दिन केंद्रीय संस्कृति विभाग द्वारा लोक नृत्यों पर आधारित कार्यक्रम, दूसरे दिन मध्यप्रदेश शासन द्वारा हिन्दी पर आधारित बेले ‘अथ हिन्दी कथा’ तथा तीसरे दिन भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। सम्मेलन स्थल पर वाय-फाय युक्त व्यवस्था होगी। प्रतिभागियों के लिये भ्रमण की सुविधा पर्यटन विकास निगम द्वारा की जायेगी। सम्मेलन के लिये हिन्दी गान तैयार किया गया है। सम्मेलन स्थल पर पर्यटन विभाग, मध्यप्रदेश माध्यम, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय, अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय और केंद्रीय विदेश मंत्रालय द्वारा प्रदर्शनी लगायी जायेगी।