भोपाल, अप्रैल 2015/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पीड़ित मानवता की सेवा सबसे बड़ी पूजा है। इससे बड़ा कोई पुण्य नहीं है। मुख्यमंत्री यहाँ नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड की भोपाल शाखा द्वारा निर्मित छात्रावास का लोकार्पण कर रहे थे।
श्री चौहान ने कहा कि दूसरों की भलाई सब धर्मों का सार है। मानव जीवन का अंतिम लक्ष्य परमात्मा की प्राप्ति है और यह दूसरों की सेवा में मिलता है। नि:शक्त बच्चों में कोई कमी नहीं रहती, वे प्रतिभाशाली होते हैं। उन्हें ठीक राह मिल जाये तो वे दुनिया में चमत्कार कर सकते हैं। उन्होंने छात्रावास की साज-सज्जा के लिये राज्य सरकार द्वारा हरसंभव सहयोग की बात कही।
मुख्यमंत्री ने छात्रावास निर्माण में मदद देने वाले दानदाताओं श्री राजेश जायसवाल, डॉ. आर.के. बिछारिया, श्रीमती मीनाक्षी बोकील, श्रीमती शालिनी कोपरगाँवकर, श्रीमती कमर सुहेल खान, श्रीमती माधुरी खरे, श्रीमती शीला तिवारी, श्री जे.पी.एस. अरोरा और श्री अभिजीत सिंह सरमंडल का सम्मान किया। स्वागत भाषण अध्यक्ष एम.एस. खान ने दिया। संस्थापक सचिव उदय हतवलने ने संस्था की जानकारी दी। कार्यक्रम में संस्था के संरक्षक अरूण गुर्टू और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एस.के. मिश्रा भी उपस्थित थे।