भोपाल, अक्टूबर 2014/ राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) में इंजीनियरिंग कॉलेज जबलपुर श्री जी.एस. इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी एण्ड साइंस इंदौर तथा शासकीय ऑटोनामस कॉलेज शहडोल को विश्वविद्यालय के रूप में अपग्रेड करने का प्रस्ताव है। इसके लिये प्रत्येक संस्थान को 55 करोड़ मिलेंगे। फेकल्टी इम्प्रूवमेंट के लिये भोपाल में स्टेट एकेडेमिक स्टॉफ कॉलेज खुलेगा। एक क्लस्टर यूनिवर्सिटी की स्थापना का प्रस्ताव भी किया गया है। इसके लिये भी 55 करोड़ मिलेंगे। इसके साथ ही 5 अन्य स्थान पर ट्रेनिंग कॉलेज खोले जायेंगे। उच्च शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता की अध्यक्षता में हुई रूसा की परिषद् की बैठक में यह प्रस्ताव स्वीकृत किया गया।

श्री गुप्ता ने कहा कि उन सभी संभाग मुख्यालय के ऑटोनॉमस कॉलेज को विश्वविद्यालय में अपग्रेड किया गया, जहाँ पहले से विश्वविद्यालय नहीं हैं। उन्होंने मेडिकल, संगीत और कृषि कॉलेज के अपग्रेडेशन का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। श्री गुप्ता ने कहा कि प्रत्येक विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण केन्द्र होना चाहिये। उन्होंने कम ग्रास एनरोलमेंट रेसियो (जी.ई.आर.) वाले उमरिया, खरगोन, कटनी, डिण्डोरी और सिंगरौली का अध्ययन कर विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिये।

श्री गुप्ता ने कहा कि प्रस्तावित कार्यों की डीपीआर शीघ्र बनायें। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर इस कार्य के लिये विशेषज्ञों की सेवाएँ भी ली जायें। बैठक में केन्द्रीय शोध विश्वविद्यालय की स्थापना पर भी विचार किया गया।

विश्वविद्यालयों में पुस्तकालय, प्रयोगशाला, उपकरण, हॉस्टल आदि के विकास के लिये भी प्रत्येक को 20 करोड़ मिलेंगे। मॉडल कॉलेज के रूप में विकास के लिये प्रत्येक को 12 करोड़ मिलेंगे। इसी तरह 56 नवीन और 20 अन्य कॉलेज में इन्फ्रा-स्ट्रक्चर डेव्हलपमेंट के लिये 112 करोड़ 80 लाख मिलेंगे। श्योपुर, टिमरनी, शाहपुरा, पी.जी. कॉलेज झाबुआ और विरसिंहपुर पाली कॉलेज को मॉडल कॉलेज के रूप में विकसित किया जायेगा। धामनोद, परासिया, आमला, मण्डलेश्वर, कन्या बड़वानी, पेटलावद, देपालपुर और सिहोरा कॉलेज को अपग्रेड करने का भी प्रस्ताव है। प्रत्येक कॉलेज को 4 करोड़ मिलेंगे। धार, कटनी और राजगढ़ में प्रोफेशनल कॉलेज खोले जायेंगे। प्रत्येक कॉलेज के लिये 26 करोड़ स्वीकृत किये जायेंगे। अनुसंधान और नवाचार के लिये भी 9 विश्वविद्यालय और 19 कॉलेज का चयन किया गया है। विश्वविद्यालय को 100 लाख और कॉलेज को 50 लाख अनुसंधान और नवाचार के लिये मिलेंगे। तकनीकी शिक्षा में अनुसंधान के लिये 55 करोड़ का प्रस्ताव है।

इसी तरह, इक्विटी, इनीशियेटिव, फेकल्टी रिक्रूटमेंट सपोर्ट, फेकल्टी इम्प्रूवमेंट, वोकेशनल ट्रेनिंग के लिये भी रूसा अभियान में आर्थिक सहायता दी जायेगी। वोकेशनल ट्रेनिंग के लिये प्रदेश को 15 करोड़ मिलेंगे।

बैठक में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा के.के. सिंह, प्रमुख सचिव शिक्षा संस्कृति एवं वाणिज्य मनोज श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा संजय सिंह, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य शिक्षा अजय तिर्की सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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