भोपाल, जुलाई  2014/ मानसून के दौरान नर्मदा घाटी परियोजना जलाशयों में जल-भराव से संभावित आपात स्थिति से निपटने के लिये आपात कार्य-योजनाएँ स्वीकृत की गई हैं। नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण ने नर्मदा घाटी की सरदार सरोवर, अपर वेदा, मान, जोबट, इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर परियोजना जलाशय क्षेत्रों में आपात कार्य-योजना में किये जाने वाले कार्यों के लिये कुल 551.08 लाख रुपये स्वीकृत किये हैं।

कार्य-योजना में मानसून के कारण बाढ़ प्रभावित परिवारों के सुरक्षित निवास के लिये अस्थाई केम्प का निर्माण, बचाव कार्य के लिये मोटरबोट, लाइफ जेकेट तथा अन्य आवश्यक व्यवस्थाएँ की जायेंगी। अस्थाई राहत केम्प में निवास करने वाले बाढ़ प्रभावित परिवारों के लिये बिजली, पेयजल और चिकित्सा की व्यवस्था भी की जायेगी। जिला प्रशासन बचाव कार्य के लिये आवश्यकतानुसार गोताखोर और सुरक्षा के लिये होमगार्ड की सेवाएँ भी लेगा।

प्राधिकरण ने सरदार सरोवर आपात कार्य-योजना के लिये रुपये 318.31 लाख, अपर वेदा, मान और जोबट परियोजनाओं में प्रत्येक के लिये 5 लाख रुपये स्वीकृत किये हैं। इंदिरा सागर आपात कार्य-योजना के लिये 92.05 लाख और ओंकारेश्वर परियोजना के लिये 127.72 लाख रुपये का अनुमोदन दिया गया है।

नर्मदा घाटी परियोजना से संबंधित राहत और बचाव कार्यों से संबंधित सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिये नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण मुख्यालय नर्मदा भवन में बाढ़ नियंत्रण कक्ष काम कर रहा है। नियंत्रण कक्ष हर दिन प्रातः 6 बजे, दोपहर 12 बजे और शाम 6 बजे विभिन्न जलाशयों का जल-स्तर संबंधित जिलों और अधिकारियों को सूचित कर रहा है। नियंत्रण कक्ष जलाशयों से छोडे़ गये जल और अन्य संबंधित सूचनाओं का भी आवश्यकतानुसार प्रेषण करेगा। नर्मदा घाटी बाढ़ नियंत्रण कक्ष का टेलीफोन नम्बर 0755-2526236 है तथा फेक्स नम्बर 0755-2677535 है।

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