भोपाल, नवबंर 2013/ राज्यपाल राम नरेश यादव ने यहाँ प्रदेश के स्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश का भविष्य सँवारने के लिए सुदीर्घ रणनीति तैयार करने की आवश्यकता है। इसके लिए समाज के सभी वर्गों को समन्वित रूप से कार्य करने दृढ़-संकल्पित होना होगा। श्री यादव ने कहा कि प्रकृति ने प्रदेश को अपार नैसर्गिक सम्पदा प्रदान की है। इसका समुचित संरक्षण कर उचित उपयोग किया जाना चाहिए। कार्यक्रम में मुख्य सचिव अन्टोनी डि सा, प्रमुख सचिव संस्कृति पंकज राग और प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन के. सुरेश मौजूद थे।
राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश को सम्पन्न बनाने के लिए उद्योग, कृषि, व्यापार एवं शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रगति करने की आवश्यकता है। आज देश और विदेश में हमारे प्रदेश के नौजवानों की मांग बढ़ी है। विशेष रूप से प्रौद्योगिकी और तकनीक के क्षेत्र में हमारे युवाओं ने विकासशील देशों में अपने देश का नाम रौशन किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष-दर-वर्ष राज्य तरक्की के रास्ते पर बढ़ रहा है और विकास कार्यों के संतोषजनक नतीजे भी सामने आ रहे हैं। प्रदेश में शिक्षा के व्यापक प्रबंध, स्वास्थ के माकूल इंतजाम और मजबूत बुनियादी संरचना के निर्माण की दिशा में ठोस प्रयास करने होंगे।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश का इतिहास बहुत गौरवशाली, सौहार्दपूर्ण तथा समरसता का प्रतीक है। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को मध्यप्रदेश से बहुत लगाव था यही कारण है कि यहाँ शांति, एकता और समरसता का वातावरण मजबूत है।
राज्यपाल ने दीप जला कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। सुश्री सुहासिनी जोशी ने मध्यप्रदेश गान एवं गीत प्रस्तुत किया। पद्मश्री पंडित राजन-साजन मिश्र ने अपनी गायकी से श्रोताओं का मन मोह लिया। आंचलिक कलाकारों ने समवेत नांदी गायन प्रस्तुत किया।