भोपाल, अक्टूबर 2013/ उत्तरी मध्यप्रदेश के दतिया जिले के रतनगढ़ में देवी मंदिर के नजदीक दुर्गा नवमी के दिन हुए बड़े हादसे में मरने वालों की संख्या 119 हो गई है। हादसे में सौ से अधिक लोग घायल हुए थे जिनमें से अब भी गई की हालत गंभीर है और उनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। मरने वालों में उत्तरी मध्यप्रदेश के जिलों के अलावा उत्तरप्रदेश के पड़ोसी जिलों के भी श्रद्धालु हैं।
यह हादसा सिंध नदी के पुल पर भगदड़ के कारण हुआ। इस दौरान कई लोग बहती नदी में जा गिरे। घटना से गुस्साए लोगों ने वहां राहत और बचाव के लिए पहुंचे पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों पर जमकर पथराव किया जिससे कई पुलिस व प्रशासन के कई अधिकारी भी घायल हुए। लोगों के गुस्से के चलते पुलिस व राहत दल को नदी से शव निकलाने और घायलों को अस्पताल तक पहुंचाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
राज्य शासन ने रतनगढ़ मंदिर हादसे में मृतकों के परिजनों को डेढ़-डेढ़ लाख रुपये, गंभीर घायलों को उपचार के लिए पचास-पचास हजार रुपये सहायता राशि तथा साधारण घायलों को 25-25 हजार रुपये की सहायता देने के निर्देश दिये हैं। घटना की न्यायिक जाँच के आदेश दिये गये हैं। हादसे के बाद मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक तथा अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गुप्तवार्ता हेलीकॉप्टर से वहां पहुंचे थे और हालात का जायजा लिया था। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में अधिकारियों की आपात बैठक लेकर राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की है। पीडि़तों को राहत घोषित करने की जानकारी चुनाव आयोग को भी दे दी गई है। आयोग ने इसकी अनुमति देते हुए कहा है कि राहत राशि के वितरण का राजनीतिक प्रयोजन से उपयोग न हो इस बात का ध्यान रखा जाए।