भोपाल, अक्टूबर 2013/ अनुसूचित-जाति कल्याण विभाग द्वारा शालाओं एवं महाविद्यालयों में पढ़ने वाले 20 लाख 21 हजार विद्यार्थी को विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्ति दी जा रही है। वर्ष 2003 में विभाग द्वारा करीब 13 लाख विद्यार्थी को छात्रवृत्ति का लाभ दिया जा रहा था।
केन्द्र सरकार द्वारा अजा वर्ग के निर्धन विद्यार्थियों के लिये वार्षिक आय-सीमा 2 लाख निर्धारित की गई है। राज्य सरकार ने यह आय-सीमा बढ़ाकर 3 लाख तक की है। इसका उद्देश्य पोस्ट-मेट्रिक छात्रवृत्ति का फायदा अधिक से अधिक अजा वर्ग के विद्यार्थियों को दिलाना है।