भोपाल, अगस्त 2013/ मध्यप्रदेश में वाणिज्य, उद्योग और रोजगार विभाग द्वारा चलाई जा रही चार योजना में बीते 9 वर्ष में 57 हजार 324 युवा को खुद के रोजगार-धंधे लगाने के लिये 436 करोड़ 71 लाख रुपये की सहायता उपलब्ध करवाई गई है। साथ ही जॉब-फेयर योजना में एक लाख 50 हजार 710 युवा को रोजगार उपलब्ध करवाया गया है।
अनुसूचित जाति और जनजाति के युवाओं को रानी दुर्गावती स्व-रोजगार योजना में उद्योग और सेवा व्यवसाय शुरू करने के लिये वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण और मार्जिन मनी उपलब्ध करवाई जाती है। इसमें मार्जिन मनी अनुदान, परियोजना लागत का 30 प्रतिशत अधिकतम 15 लाख की सीमा तक अनुदान दिया जाता है। यह सहायता 18 से 50 वर्ष आयु तक के उन लोगों को दी जाती है जिनकी पारिवारिक वार्षिक आय 3 लाख से अधिक न हो।
योजना में वर्ष 2004-05 से 2012-13 तक अनुसूचित जाति के 15 हजार 551 युवा को 42 करोड़ 7 लाख रुपये और अनुसूचित जनजाति के 9333 युवा को 69 करोड़ 77 लाख रुपये की सहायता मार्जिन मनी अनुदान के रूप में उपलब्ध करवाई गई है।
दीनदयाल रोजगार योजना में 9 वर्ष में 19 हजार 585 युवा को खुद के रोजगार-धंधे लगाने के लिये मार्जिन मनी अनुदान के रूप में 18 करोड़ 64 लाख रुपये उपलब्ध करवाये गये। यह योजना मध्यम आय वर्ग के युवाओं के लिये है जिनकी पारिवारिक वार्षिक आय डेढ़ लाख रुपये तक है। सभी वर्ग के दसवीं कक्षा अथवा आईटीआई उत्तीर्ण युवाओं को योजना का लाभ मिलता है। इसमें तकनीकी शिक्षित/प्रशिक्षित और महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना में वर्ष 2008-09 से 2012-13 तक 5 वर्ष अवधि में 4993 युवा को 107 करोड़ 77 लाख रुपये मार्जिन मनी अनुदान के रूप में वितरित की गई। योजना में विनिर्माण क्षेत्र में परियोजना लागत की सीमा 25 लाख और सेवा क्षेत्र में 10 लाख रुपये है। इसमें सामान्य वर्ग के शहरी युवाओं के लिये 15 प्रतिशत, ग्रामीणों के लिये 25 प्रतिशत, ग्रामीण क्षेत्र के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और महिलाओं के लिये 35 प्रतिशत और शहरी के लिये 25 प्रतिशत आरक्षण है।
इसी वर्ष एक अप्रैल से शुरू की गई मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना में अभी तक 8562 प्रकरण में 158 करोड़ 46 लाख रुपये की सहायता स्वीकृत की गई है। योजना में इस वर्ष 50 हजार युवा को खुद के रोजगार-धंधे लगाने के लिये 25 लाख रुपये तक के ऋण उपलब्ध करवाने का प्रावधान है।
जॉब-फेयर
प्रदेश के युवा बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिये वर्ष 2008-09 से जॉब-फेयर योजना शुरू की गई है। इसमें शासकीय और निजी संस्थाओं को बुलाकर जॉब-फेयर के माध्यम से सीधे युवाओं से सम्पर्क कराकर रोजगार दिलवाया जाता है। योजना में अभी तक 1 लाख 50 हजार 710 युवा को रोजगार दिलवाया गया है। इनमें से 1 लाख 36 हजार 247 को निजी कम्पनियों में, 10 हजार 162 को भारतीय थल सेना में तथा 4302 को भारतीय वायु सेना में जॉब मिला है।
कॅरियर काउंसिलिंग
युवाओं को रोजगार कार्यालयों में प्रति सप्ताह विशेषज्ञों की उपस्थिति में कॅरियर काउंसिलिंग दी जाती है। इससे युवाओं को रोजगार के अवसरों तथा उनके लाभ उठाने के संबंध में जानकारी मिलती है। अभी 8553 कॅरियर काउंसिलिंग सत्र में लगभग 1 लाख 65 हजार युवा को यह मार्गदर्शन दिया गया है।