भोपाल, जनवरी 2013/ प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के घरेलू उपभोक्ताओं को लगातार 24 घंटे तथा कृषि कार्य के लिये 8 घंटे नियमित तथा गुणवत्तापूर्ण विद्युत प्रदाय के लिये लागू फीडर विभक्तिकरण योजना का कार्य पूर्णताः की ओर है। दिसम्बर 2012 तक 60 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। अब तक 3768 फीडर का विभक्तिकरण किया जा चुका है। इससे 20 हजार से ज्यादा गाँव लाभान्वित हुए हैं। चौबीस घंटे विद्युत प्रदाय की विधिवत शुरूआत माह जनवरी से मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी अंतर्गत जबलपुर जिले से होगी। इसके बाद पश्चिम क्षेत्र के इंदौर तथा बुरहानपुर जिले एवं मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी अंतर्गत भोपाल जिले से होगी। इन जिलों में 24 घंटे विद्युत प्रदाय के लिए फीडर सेपरेशन की शुरूआत कार्य की तैयारियाँ पूर्णताः की ओर है। राज्य शासन द्वारा मार्च 2013 तक 21 जिलों में 24 घंटे विद्युत प्रदाय का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। शेष जिलों में माह जून 2013 तक ऐसा किए जाने का लक्ष्य रखा गया है।

अब तक सर्वाधिक 836 फीडर का विभक्तिकरण इंदौर संभाग में हुआ है। उज्जैन संभाग में 820, भोपाल में 348, होशंगाबाद (नर्मदापुरम) में 226, ग्वालियर में 324, जबलपुर में 471, रीवा में 291, शहडोल में 47, चम्बल में 108 तथा सागर संभाग में 297 फीडर का सेपरेशन हुआ है।

प्रदेश में कुल 6,262 फीडर का विभक्तिकरण किया जाना है। इसके लिये वित्तीय संस्थाओं आरईसी से 1721 करोड़ तथा एडीबी से 1944 करोड़ रुपये का ऋण लिया गया है। इस योजना में कुल 5,306 फीडर तथा अन्य योजनाओं में 956 फीडर का विभक्तिकरण किया जायेगा। प्रथम चरण की योजना का कार्य मार्च 2013 तथा द्वितीय चरण का कार्य जून 2013 तक पूर्ण किए जाने का कार्यक्रम है।

उल्लेखनीय है कि योजना का पूर्ण रूप से क्रियान्वयन होने पर ग्रामीण जीवन-स्तर में सुधार आयेगा। गाँव के घरेलू उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली मिलने से कुटीर उद्योग तथा वाणिज्यिक गतिविधियों में भी तेजी आयेगी। भूमिगत जल-संसाधनों का आवश्यकतानुसार ही उपयोग हो सकेगा। साथ ही विद्युत वितरण की तकनीकी हानियों में कमी और वोल्टेज में पर्याप्त सुधार से विद्युत पम्प की दक्षता में वृद्धि भी होगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here