भोपाल, नवम्बर 2014/ मध्यप्रदेश में स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत बाल-दिवस 14 नवम्बर से बाल स्वच्छता मिशन प्रारंभ हो गया। मिशन के माध्यम से विद्यालयों में स्वच्छता संबंधी गतिविधियाँ संचालित होंगी। शालाओं में 14 से 19 नवम्बर तक विद्यार्थियों में स्वच्छता एवं सफाई के विभिन्न पहलु के प्रति जागरूकता लाने के साथ ही उनकी सहभागिता सुनिश्चित की जायेगी। बाल स्वच्छता मिशन की गतिविधियों के संचालन के लिये राज्य शासन ने सभी संभागीय संयुक्त संचालक लोक-शिक्षण और जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये हैं।

प्रदेश की सभी शालाओं में 14 नवम्बर को बाल केबिनेट द्वारा स्वच्छता पर परिचर्चा हुई। इसमें स्वच्छता के विषयों पर भाषण एवं अन्य प्रतियोगिता हुई। जन-समुदाय को स्वच्छता का संदेश देने के लिये स्वच्छता रैली आयोजित की गई। रैली का समापन स्वच्छता शपथ के साथ हुआ। रैली में शाला प्रबंधन समिति के सदस्य, पंचायत प्रतिनिधि तथा अन्य शामिल हुए। 15 नवम्बर को शालाओं में स्वच्छता पर प्रश्न-मंच होंगे। मध्यान भोजन के पहले विद्यार्थियों द्वारा साबुन से हाथ धोए जायेंगे। तीसरे दिन 16 नवम्बर को शालाओं में शिक्षकों द्वारा स्वच्छता को लेकर विद्यार्थियों के लिये उदबोधन कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम का प्रमुख बिन्दु आसपास की स्वच्छता एवं साबुन से हाथ धोना रहेगा। कार्यक्रम के बाद विद्यालयों में साबुन से हाथ धोने का कार्यक्रम भी होगा। शालाओं में साबुन की गणना कर सोप-बेंक का गठन किया जायेगा।

चौथे दिन 17 नवम्बर को स्वच्छ विद्यालय अभियान में विद्यालय एवं परिसर को साफ बनाये रखने की जानकारी दी जायेगी। 18 नवम्बर को शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को व्यक्तिगत स्वच्छता का महत्व बताते हुए उन्हें प्रेरित किया जायेगा। विद्यालय एवं परिवार में सुरक्षित पेयजल के संधारण तथा उसके सुरक्षित उपयोग के संबंध में विद्यार्थियों को अवगत करवाया जायेगा। विद्यार्थियों द्वारा अपने-अपने वार्ड में शाला-त्यागी बच्चों की पहचान कर उन्हें शाला आने के लिये प्रेरित किया जायेगा।

शालाओं में 19 नवम्बर को विद्यार्थी प्रार्थना के दौरान स्वच्छता की शपथ लेंगे। इसी दिन सामूहिक सफाई अभियान होगा। शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा पेयजल-स्रोतों, शौचालय और शाला परिसर के आसपास सामूहिक सफाई की जायेगी। जन-समुदाय से भी श्रम-दान के लिये अनुरोध किया जायेगा। शाला में हाथ-धुलाई इकाई की स्थापना कर हाथ-धुलाई कार्यक्रम को निरंतर बनाये रखा जायेगा। राज्य-स्तरीय सम्मेलन में जिला-स्तर पर पुरस्कार प्राप्त प्रतिभागियों एवं स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार प्राप्त शालाओं को पुरस्कृत किया जायेगा।

उल्लेखनीय है कि 2 अक्टूबर गाँधी जयंती से प्रारंभ हुए स्वच्छ भारत अभियान में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के सभी स्थान, सार्वजनिक स्थलों, घर एवं शालाओं में स्वच्छता बनाये रखने की विशेष मुहिम प्रारंभ की गई है। अभियान के लक्ष्य को वर्ष 2019 तक पूरा करने के लिये शालाओं के विद्यार्थियों की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए बाल स्वच्छता मिशन प्रारंभ किया जा रहा है। राज्य शिक्षा केन्द्र ने स्वच्छता गतिविधियों के सफल संचालन के संबंध में अन्य विभागों से भी सहयोग लेने के निर्देश दिये हैं।

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