भोपाल, जुलाई 2014/ मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में किये गये नवाचार को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता मिली है। डिजिटल एम्पॉवरमेंट फाउंडेशन द्वारा स्वास्थ्य विभाग की सम्पर्क सेतु योजना को एमबिलियन्थ पुरस्कार के लिये चुना गया। पुरस्कार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रदेश संचालक फैज़ अहमद किदवई एवं कार्यक्रम प्रबंधक अमित जैन ने नई दिल्ली के इंडिया हेबिटेट सेंटर में हुए समारोह में प्राप्त किया।
सामाजिक बदलाव एवं विकास के क्षेत्र में मोबाइल फोन के बेहतर और नवाचारी उपयोग के लिये डिजिटल एम्पॉवरमेंट फाउंडेशन द्वारा दक्षिणी एशिया के 8 देश भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, भूटान, अफगानिस्तान तथा मालदीव से प्रविष्टियाँ आमंत्रित की गयी थी। इसके आधार पर मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित सम्पर्क सेतु योजना को श्रेष्ठ पाया। इस योजना को विशेष चेयरमेन श्रेणी पुरस्कार से भी नवाजा गया। फाउंडेशन को 8 देश से 300 प्रविष्टि प्राप्त हुई थीं, जिसमें प्रदेश को एम-हेल्थ श्रेणी में चयनित किया गया।
स्वास्थ्य सुविधाओं को प्रदेश के सुदूर अँचल तक पहुँचाने के लिये स्वास्थ्य विभाग ने दिसम्बर 2012 में सम्पर्क सेतु योजना शुरू की थी। योजना के माध्यम से राज्य, संभाग, जिला, विकासखंड एवं ग्राम आरोग्य केन्द्र स्तर तक पदस्थ अधिकारी-कर्मचारी आपस में सम्पर्क करते हैं। इस योजना में विभाग के मैदानी अमले को 77 हजार सीयूजी (कॉमन यूजर ग्रुप) सिम उपलब्ध करवायी गई। इससे आशा कार्यकर्ता से लेकर विभाग का अमला सीधे संसाधनों से जुड़ गया। इस तकनीक के जरिये विभाग का मैदानी कार्यकर्ता स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक सूचनाएँ संबंधित को एसएमएस के द्वारा अवगत करवाता है। परिणामस्वरूप जरूरतमंद क्षेत्रों एवं व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी तत्काल मदद प्राप्त होती है। इस नेटवर्क के जरिये प्रतिमाह 10 से 12 लाख एसएमएस का आदान-प्रदान किया जाता है। योजना के जरिये पेपरलेस पर्यवेक्षण की ई-हेल्थ प्रणाली लागू की गई है। सोशल मीडिया पर भी ‘टीम हेल्थ’ नामक ग्रुप बनाया गया है, जिसमें 12 हजार सदस्य हैं। इस तकनीक के जरिये प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के बेहतर संचालन में मदद मिल रही है।